असरगंज.
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला के प्रारंभ होने में अब महत 25 दिन शेष बचे हैं. लेकिन लेकिन प्रशासनिक स्तर पर तैयारी आरंभ नहीं की गई है. खासकर असरगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत लगभग 7 किलोमीटर कच्ची कांवरिया पथ में जगह-जगह बालू के बहाव होने से सड़क जर्जर हो गयी है और सड़क किनारे झोंक-झंखार उग आये हैं. कच्ची कांवरिया पथ में जगह-जगह बालू का बहाव होने एवं चार पहिया वाहनों के परिचालन से सड़क जर्जर हो चुकी है. अबतक बालू बिछाने का कार्य भी प्रारंभ नहीं किया गया है. जबकि पीएचइडी विभाग द्वारा बनाये गये पांच जगह शौचालय की साफ-सफाई एवं रंगरोगन भी नहीं की गई है. वहीं चाफा गांव के समीप बना शौचालय की टंकी पर ढक्कन नहीं है. जिसके कारण खुले टंकी में जानवर या व्यक्ति की दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई है. पूरे असरगंज प्रखंड में कच्ची कांवरिया पथ पर 17 चापानल लगाये गये हैं. जिसकी मरम्मति होनी है. इस दिशा में भी अबतक कोई पहल नहीं हुई है. कांवरिया शिवभक्तों को कांवर रखने के लिए लगा स्टैंड एवं बैठने के लिए आराम बेंच भी कई जगह क्षतिग्रस्त हो गया है. पर्यटन विभाग द्वारा इसकी रंगाई तो शुरू कर दी गई है. लेकिन आराम बेंच एवं कांवर स्टैंड की मरम्मती का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है. हालांकि विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में एक माह शेष है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है