मुंगेर. शहरी क्षेत्र में लोगों को उनके घर के पास ही स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुंगेर व जमालपुर में कुल छह शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का संचालन किया जा रहा है. जिसमें पांच शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुंगेर शहर के विभिन्न वार्डों में तथा एक जमालपुर शहर में है. लेकिन मुंगेर व जमालपुर में संचालित इन छह शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का संचालन मात्र तीन चिकित्सक के भरोसे ही हो रहा है. जिसके कारण यहां मरीजों के इलाज की जिम्मेदारी एएनएम निभा रही है. हद तो यह है इन शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के संचालन की जिम्मेदारी भी मात्र तीन फार्मासिस्ट के भरोसे ही है. ऐसे में इन छह शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों को मिल रहे गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा का केवल अंदाजा ही लगाया जा सकता है.
तीन चिकित्सकों के भरोसे छह शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
मुंगेर शहर में पांच शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित हैं, जिसमें यूपीएचसी लाल दरवाजा, यूपीएचसी लेडी स्टेफिंस, पीपलपांती रोड, यूपीएचसी माधोपुर, यूपीएचसी अड़गड़ा व यूपीएचसी नागलोक महद्दीपुर है. वहीं एक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमालपुर के केशोपुर में संचालित हो रहा है. इनका संचालन सोमवार से शनिवार तक प्रतिदिन सुबह 11 से शाम सात बजे तक होता है. लेकिन छह शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के संचालन की जिम्मेदारी मात्र तीन चिकित्सकों के कंधे पर है. जिसमें डाॅ जाबिर हुसैन की ड्यूटी तीन दिन सोमवार, मंगलवार व बुधवार को यूपीएचसी लेडी स्टेफिंस, पीपलपांती रोड में है. जबकि तीन दिन गुरूवार, शुक्रवार व शनिवार को उनकी ड्यूटी यूपीएचसी अड़गड़ा में है. वहीं डाॅ अखिलेश कुमार राणा की ड्यूटी सप्ताह में तीन दिन सोमवार, मंगलवार व बुधवार को यूपीएचसी लाल दरवाजा तथा तीन दिन गुरूवार, शुक्रवार व शनिवार को यूपीएचसी माधोपुर में है. हद तो यह है कि यूपीएचसी नागलोक महद्दीपुर के संचालन की जिम्मेदारी डा. कुमारी दिप्ती के कंधों पर है. जिनकी ड्यूटी सप्ताह में दो दिन सोमवार व मंगलवार को यूपीएचसी नागलोक महद्दीपुर, दो दिन शुक्रवार व शनिवार को यूपीएचसी केशोपुर, जमालपुर तथा दो दिन बुधवार व गुरूवार को सदर प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर है.
फार्मासिस्ट के पास दो यूपीएचसी, एएनएम के भरोसे मरीज
मुंगेर व जमालपुर के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों को कितनी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा मिलती है. इसका अंदाजा केवल इसी से लगाया जा सकता है कि चिकित्सक तो दूर इसमें से किसी भी स्वास्थ्य केंद्र पर नियमित रूप से फार्मासिस्ट तक की ड्यूटी नहीं है. क्योंकि छह शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिये मात्र तीन फार्मासिस्ट ही कार्यरत है. इसमें फार्मासिस्ट अवधेश कुमार के कंधे पर यूपीएचसी अड़गड़ा तथा यूपीएचसी लेडी स्टेफिंस, पीपलपांती रोड की जिम्मेदारी है. फार्मासिस्ट आलोक कुमार के कंधे पर यूपीएचसी नागलोक तथा यूपीएचसी माधोपुर की जिम्मेदारी है. जबकि यूपीएचसी लाल दरवाजा व यूपीएचसी केशोपुर की जिम्मेदारी है. ऐसे में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले मरीजों को दवा देने से लेकर उनके इलाज की जिम्मेदारी एएनएम के कंधों पर है.
तीन दिन ऑनलाइन, तीन दिन ऑफलाइन होता है रजिस्ट्रेशन
स्वास्थ्य विभाग द्वारा वैसे तो सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों के हेल्थ का डाटा तैयार करने तथा मरीजों को लंबी लाइनों से छुटकारा दिलाने के लिये भव्या एप आरंभ किया गया है. लेकिन मुंगेर व जमालपुर शहरी क्षेत्र में संचालित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मात्र तीन दिन ही ऑनलाइन मरीजों का रजिस्ट्रेशन होता है. क्योंकि इन तीनों तक संबंधित यूपीएचसी पर चिकित्सक की ड्यूटी होती है. जबकि शेष तीन दिन ऑफलाइन ही पर्ची काटी जाती है. ऐसे में भव्या एप संचालन में मुंगेर की रैकिंग में सुधार की जिम्मेदारी इन छह शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नहीं है.
कहते हैं सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डा. रामप्रवेश प्रसाद ने बताया कि विभाग द्वारा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिये बीते दिनों चिकित्सकों की नियुक्ति की गयी थी. लेकिन उसमें से एक भी चिकित्सक द्वारा अबतक योगदान नहीं दिया गया है. ऐसे में चिकित्सकों की कमी है. जिसके कारण शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नियमित रूप से चिकित्सक की ड्यूटी नहीं हो पा रही है.
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