प्रभात इंपैक्ट
मुंगेर.
सदर अस्पताल की ओपीडी में संचालित दवा काउंटर पर शनिवार 14 जून को 65 वर्षीय मरीज को पेट दर्द की जगह डायबिटीज की दवा देने के मामले में सिविल सर्जन सह सदर अस्पताल उपाधीक्षक ने संज्ञान लेते हुये दवा काउंटर के प्रभारी सह फार्मासिस्ट रविंद्र नाथ से स्पष्टीकरण पूछा है. मरीज को गलत दवा दिये जाने के मामले को प्रभात खबर द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित किये जाने के बाद सिविल सर्जन ने मामले पर संज्ञान लिया है. बता दें कि 14 जून शनिवार को 65 वर्षीय मरीज अमीर साह पेट दर्द की शिकायत पर सदर अस्पताल के ओपीडी में पहुंचे थे. जहां चिकित्सक द्वारा उन्हें दर्द व सूजन में दी जाने वाली दवा मेफेनामिक एसिड 500 एमजी लिखा. जिसके बाद मरीज दवा काउंटर पहुंचा. जहां मरीज को दवा काउंटर पर दर्द व सूजन के लिये लिखी गयी मेफेनामिक एसिड 500 एमजी की जगह डायबिटीज मरीजों को दी जाने वाली मेटफारमिन हाइड्रोक्लोराइड सस्टेन 500 एमजी दे दिया गया था. जिसकी जानकारी भी मरीज को दवा लेने के बाद अस्पताल के बाहर दवा दुकान में दूसरी दवा लेने के दौरान चली थी. वहीं दवा काउंटर पर कर्मियों की लापरवाही को लेकर प्रभात खबर ने अपने 15 जून के अंक में दर्द की जगह मरीज को दे दी गयी डायबिटीज की दवा शीर्षक से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसके बाद मामले पर संज्ञान लेते हुये सिविल सर्जन सह अस्पताल उपाधीक्ष ने ओपीडी में संचालित दवा काउंटर प्रभारी सह फार्मासिस्ट रविन्द्र नाथ से स्पष्टीकरण पूछा है. जिसमें कहा गया है कि आपके द्वारा किया गया कार्य घोर लापरवाही एवं स्वेच्छाचारी प्रकृति को दर्शाता है. आपको अंतिम चेतावनी दी जाती है कि भविष्य में इस प्रकार के गलती की पुनरावृति नहीं हो. साथ ही पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण का संतोषजनक जवाब अधोहस्ताक्षरी के समक्ष समर्पित करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है