पूर्वाह्न 11.30 बजे ही आशाओं ने बंद करा दी ओपीडी सेवा, मरीजों का इंतजार करते रहे चिकित्सक
मुंगेर. अपनी मांगों को लेकर पांच दिवसीय हड़ताल पर गयी आशा व फैसिलिटेटरों ने अपने हड़ताल के अंतिम दिन शनिवार को सदर अस्पताल में ओपीडी सेवा पूरी तरह बाधित कर दी. पूर्वाह्न 11.30 बजे ओपीडी पहुंची आशा व फैसिलिटेटरों ने रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद करा दिया, जिसके कारण मरीज परेशान रहे. वहीं ओपीडी में बैठे चिकित्सक भी मरीजों का इंतजार करते रहे.बता दें कि अपने मानदेय बढ़ाने सहित अन्य मांगों को लेकर जिले की आशा व फैसिलिटेटर 20 मई से ही हड़ताल पर चली गयी है. शनिवार को अंतिम दिन पूर्वाह्न 11.30 बजे आशा व फैसिलिटेटर प्री-फैब्रिकेटेड अस्पताल पहुंची. जहां अपने मांगोंं के समर्थन में नारे लगाते हुए आशाओं ने रजिस्ट्रेशन काउंटर को बंद करा दिया. साथ ही रजिस्ट्रेशन काउंटर के बाहर ही धरने पर बैठी रही. इस दौरान ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे मरीज परेशान रहे. हाल यह था कि दूर-दराज से आये मरीज पूरे दिन ओपीडी की सीढ़ीओं पर बैठे रजिस्ट्रेशन काउंटर खुलने का इंतजार करते रहे. जबकि ओपीडी में बैठे चिकित्सक भी मरीजों का इंतजार करते नजर आये. हालांकि दूसरे शिफ्ट में ओपीडी सेवा सुचारू रूप से संचालित हुई, जिसके बाद इंतजार में बैठे मरीजों का इलाज किया गया.
कहते हैं मरीज
मेदनीचौकी से अपनी पत्नी रामवती देवी का इलाज कराने पहुंचे सुनील कुमार ने बताया कि वे लोग 11.40 बजे पहुंचे. यहां आने पर पता चला कि आशाओं द्वारा ओपीडी बंद करा दिया गया है. इतनी दूर से आने के बाद अब शाम 4 बजे से होने वाले ओपीडी का इंतजार कर रहे हैं. वहीं हसनगंज से दम फुलने का इलाज कराने पहुंचे रंजीत मांझी ने बताया कि वह 12 बजे यहां पहुंचा तो पता चला कि ओपीडी बंद है. बताया गया कि शाम 4 बजे ओपीडी शुरू होगा. जिसके लिए ही इंतजार करना पड़ रहा है. वहीं संग्रामपुर से पहंची अनिता देवी ने बताया कि वह रिपोर्ट दिखाने उतनी दूर से आयी, लेकिन यहां आने के बाद पता चला कि ओपीडी बंद है. रिपोर्ट तो मिल गया, लेकिन रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण वह रिपोर्ट दिखाकर दवा नहीं ले पायी.
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