जमालपुर. भारतीय रेल यांत्रिक एवं विद्युत अभियंत्रण संस्थान (इरिमी) में रेल मंत्री के आदेश पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोला जाएगा, जिसमें बेरोजगार युवा भी प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं. इस कोर्स को जल्द आरंभ किया जायेगा, जो बेरोजगार युवाओं को नौकरी में उपयोगी साबित होगी. वर्ष 2026 से यहां कोर्स आरंभ करने की तैयारी है. ये बातें गति शक्ति विश्वविद्यालय बड़ोदरा गुजरात के कुलपति प्रो. मनोज चौधरी ने बुधवार को इरिमी के कॉन्फ्रेंस हॉल में कही. उन्होंने कहा कि गतिशक्ति विश्वविद्यालय रेल मंत्रालय के अंतर्गत एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जो रेल और विभिन्न परिवहन और रिसर्च क्षेत्र में काम करता है. जमालपुर स्थित भारतीय रेलवे यांत्रिक एवं विद्युत अभियंत्रण संस्थान (इरिमी) भी एक महत्वपूर्ण केंद्रीय संस्थान है. यहां आने का मुख्य उद्देश्य इस संस्थान में उपलब्ध सुविधाओं को देखना है. इस संस्थान में प्रस्तावित सेंटर आफ एक्सीलेंस के अंतर्गत मेकाट्रॉनिक्स, न्यूमेटिक्स, हाइड्रॉलिक्स एवं वेल्डिंग में काम करना है. उन्होंने बताया कि गैर रेलवे के बेरोजगार युवाओं को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में शिक्षा देने के लिए सबसे पहले यह देखा जा रहा है कि इस संस्थान में क्या-क्या सुविधा उपलब्ध है और नए कोर्स आरंभ करने के लिए किन सुविधाओं की आवश्यकता पड़ेगी. इसके अतिरिक्त किस तरह का पाठ्यक्रम बनाएं, किस तरह की इंडस्ट्रीज को साथ में जोड़ें, उसे भी देखा गया. कुलपति ने कहा कि रेल इंजन कारखाना जमालपुर और भारतीय रेल यांत्रिक एवं विद्युत अभियंत्रण संस्थान का एक स्वर्णिम इतिहास रहा है. जमालपुर एक महत्वपूर्ण केंद्र है. इसको लेकर नयी तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वेल्डिंग केंद्र में रोबोटिक वेल्डिंग को कैसे लगाएंगे. इसे देखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि रेल इंजन कारखाना जमालपुर में कोच हाइड्रोलिक क्रेन का प्रैक्टिकल होता है. कोई भी क्षेत्र में जब किसी को प्रवेश करना होगा तो उसे कंपटीशन तो जरूर फेस करना होगा. यहां भी कोर्स करने के लिए एंट्रेंस प्रक्रिया होगी. मौके पर संस्थान के डीन अनिल कुमार द्विवेदी मौजूद थे.
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