सरकारी व्यवस्था में अभी भी दिख रही कमी, टेंट सिटी कांवरियों के लिए बेहतर
तारापुर. विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला के प्रारंभ होने के बाद शिव भक्तों से कांवरिया पथ गुलजार है. चारों ओर बोल बम के नारे लग रहे हैं. हालांकि सावन माह के एक दिन पहले गुरु पूर्णिमा के दिन से कांवरियों का चलना जारी है. वहीं सरकारी व्यवस्था में अभी भी कहीं कमी दिख रही है, जिस पर कार्य जारी है. कांवरिया पथ पर तारापुर प्रखंड में पहले विश्राम का स्थल पर्यटन विभाग का बना धोबई का टेंट सिटी है, जहां 200 कांवरियों को एक साथ आराम करने के लिए गद्दा, बेडशीट युक्त सुसज्जित बिस्तर, मोबाइल चार्ज के लिए चार्जिंग पॉइंट, गर्म पानी का सेंक, शौचालय, स्नान घर, पंखा और कूलर की व्यवस्था दी गयी है. टेंट सिटी के केयरटेकर अनिकेत सिंह ने कहा कि टेंट सिटी में वीआइपी लोगों के लिए भी अलग से केबिन बनाया गया है.आंखों में पट्टी बांध कर देवघर जा रहे विनोद व सुधांशु
असरगंज. सावन के पवित्र माह में भक्तों की एक से एक लीला देखने को मिल रही है. कोई भक्त अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना को लेकर जाते हैं तो कोई मन्नत पूरी होने पर, लेकिन रविवार को असरगंज कच्ची कांवरिया पथ में दो ऐसे भक्त मिले जो अपनी आंखों पर पट्टी बांध कर बाबा को जलाभिषेक करने जा रहे हैं. झारखंड के डाल्टनगंज पलामू के रहने वाले विनोद अग्रवाल और बिहार के खगड़िया निवासी सुधांशु बम सुल्तानगंज उत्तरवाहिनी गंगा से जल भरकर अपने आंखों में पट्टी बांधकर बिना कुछ देखे सुल्तानगंज से देवघर तक 105 किलोमीटर की पैदल यात्रा पर निकल पड़े हैं. उनके दृढ़ विश्वास और अटूट श्रद्धा को देखकर लोग यही कह रहे हैं कि उनकी मनोकामना बाबा भोलेनाथ पूरी कर दे, जो इतनी कठिनाइयों के बीच बाबा के दरबार जा रहे हैं. विनोद अग्रवाल ने बताया कि हमारे भारत में बालटाल में हादसा हुआ, अहमदाबाद में प्लेन क्रैश तो केदारनाथ में हेलीकॉप्टर हादसा हुआ, जिसमें सैकड़ों लाेगों की मौत हो गयी और मन बहुत आहत हो गया. हमारा देश व हमारा समाज सुरक्षित रहे, इसी मन्नत को लेकर आंखों में पट्टी लगाकर बाबा नगरी जा रहे हैं. यह पट्टी बाबा के दरबार में ही खोलूंगा और साक्षात दर्शन करुंगा.
बारिश ने कांवरियों को दी राहत, रफ्तार को मिली उड़ान
संग्रामपुर. विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला के तीसरे दिन रविवार को संग्रामपुर का कांवरिया पथ श्रद्धा और भक्ति में सराबोर दिखा. दिनभर की तेज धूप के बाद शाम में हुई झमाझम बारिश से जहां कांवरियों को राहत मिली, वहीं कई अस्थायी शिविरों और दुकानों को काफी नुकसान पहुंचा. दोपहर करीब तीन बजे अचानक आसमान में घने बादल छा गए और तेज गर्जना के साथ बारिश हुई. इस बीच कांवरियों को कुछ समय के लिए दुकानों, धर्मशालाओं और शिविरों में रुकना पड़ा. लगभग दो घंटे तक हुई बारिश से कांवरियों की रफ्तार धीमी पड़ गयी, लेकिन जैसे ही मौसम साफ हुआ वैसे ही कांवरियों ने फिर से बोल बम के जयकारों के साथ अपनी यात्रा शुरू कर दी. सिवान जिले से आए श्रद्धालु सुरेश सिंह, अंकुश राज, विवेक कुमार, आशा देवी और सरिता देवी ने बताया कि उन्होंने दो दिन पहले सुल्तानगंज से जल भरकर यात्रा शुरू की थी. तेज धूप और तपते बालू ने यात्रा को कठिन बना दिया था, लेकिन बारिश ने न केवल मौसम को ठंडा किया बल्कि उनकी यात्रा को भी सुगम बना दिया. इधर बारिश से कच्ची कांवरिया पथ पर बने पुलिस शिविर, स्वास्थ्य केंद्र और दुकानों को क्षति पहुंची.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है