मुंगेर
नगर निगम मुंगेर में वित्तीय वर्ष 2022-23 में हुए एस्टीमेट घोटाला की जांच करने गुरुवार को निगरानी विभाग पटना की टीम मुंगेर पहुंची और विभिन्न स्थलों पर जाकर टीम ने सड़क व नालों का स्थलीय निरीक्षण किया. कई स्थानों पर सड़क तोड़ कर भी जांच की गई.निगरानी की टीम के पहुंचने से नगर निगम मुंगेर में सड़क व नाला निर्माण में बड़े पैमाने पर हुए वित्तीय अनियमित के मामले को लेकर हड़कंप मच गया है.
बताया जाता है कि निगरानी विभाग पटना के पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में एक टीम आज सुबह मुंगेर पहुंची और नगर निगम मुंगेर से जुड़े एस्टीमेट घोटाले का पड़ताल प्रारंभ किया. निगरानी की टीम ने निगम के ई-टेंडरिंग आमंत्रण सूचना संख्या 12/ 2022-23 में हुए 56 ग्रुप के कार्य की निविदा की जांच की. जिसमें निगम प्रशासन ने शहर के ऐसे सड़क और नालों का एस्टीमेट बनाकर बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की थी जो सड़क व नाले बिलकुल दुरुस्त अवस्था में थे. इस मामले को लेकर प्रभात खबर ने व्यापक स्तर पर खबरों को प्रकाशित किया था. मामला उजागर होने के बाद तत्कालीन नगर आयुक्त निखिल धनराज ने पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता के नेतृत्व में एक जांच टीम बनायी थी. उसके रिपोर्ट के आधार पर यह पाया गया था कि कई ऐसे सड़कों का निविदा निकाला गया था, जो बिलकुल दुरुस्त थी. कई ऐसे सड़कों की निविदा को रद्द भी किया गया था. लेकिन अधिकांश सड़क व नाला का निर्माण करा लिया गया.सामाजिक कार्यकर्ता ने निगरानी विभाग से की थी शिकायत
इस मामले को लेकर मुंगेर के एक सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत कुमार ने निगरानी विभाग के प्रधान सचिव को शपथ पत्र के माध्यम से प्राक्कलन घोटाला की जानकारी दी थी. उन्होंने कहा था कि जिन 56 ग्रुप की निविदा निकल गई है. उसमें 80% सड़क व नाला पूर्व से निर्मित है. बावजूद उसका प्राक्कलन बनाकर धांधली की जा रही है. उन्होंने शपथ पत्र में यह भी कहा था कि यदि टेंडर के योजनाओं की जांच की जाए तो इसमें एक बड़ा घोटाला सामने आएगा. लेकिन निगम प्रशासन ने इन सभी तथ्यों को नजर अंदाज करते हुए सड़कों का निर्माण कराया. इसी मामले को लेकर आज निगरानी विभाग पटना की टीम मुंगेर पहुंची है और मामले की पड़ताल की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है