मुंगेर. बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी संघ गोपगुट के आह्वान पर कर्मचारियों का चल रहा तीन दिवसीय आंदोलन शुक्रवार को समाहरणालय पर प्रदर्शन के उपरांत खत्म हो गया. कर्मचारियों ने अंतिम दिन अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रमंडलीय सचिव प्रवीण कुमार की अध्यक्षता समाहरणालय के मुख्य द्वार तीसरे दिन भोजन अवकाश की अवधि में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया, जबकि दिन भर काला बिल्ला लगा कर कार्यालय में कामकाज किया. जिन मांगों को लेकर तीन दिनों तक कर्मचारियों ने आंदोलन किया. उसमें लिपिकों की योग्यता के ग्रेड पे में सुधार करने, कलेक्ट्रेट संवर्ग के कर्मियों व उनके आश्रितों को कैशलेस चिकित्सा व्यवस्था करने, सभी लिपिकों को 50 लाख रुपये की दुर्घटना बीमा का प्रावधान करने, वरीयता के आधार पर बिहार प्रशासनिक सेवा के 25 प्रतिशत पदों को प्रोन्नति के लिए आरक्षित करने, सभी कर्मियों को एनपीएस और यूपीएस के स्थान पर पुरानी पेंशन देने, पूर्व की भांति एंव केंद्र सरकार के अनुरूप लिपिकों एवं अन्य कर्मियों को बोनस देने, समाहरणालय संवर्ग के लिपिकों को उनके गृह जिला में स्थानांतरित करने सहित अन्य मांग शामिल है. अध्यक्ष हेमंत कुमार सिंह ने बताया कि 7 जुलाई को संघ की ओर से मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा जायेगा, जिसके बाद 9 जुलाई को पटना में स्टेट कमेटी की बैठक है, जिसमें आगे के आंदोलन पर निर्णय लिया जायेगा. मौके पर सम्मानित अध्यक्ष बालेश्वर प्रसाद यादव, मो. फारूक शाहबाज, कैलाश यादव, अंगद कुमार, पप्पू कुमार, मिथुन कुमार, नीतीश कुमार, विभांशु कुमार, नीरज कुमार, रमेश बाबू, अनीता देवी सहित अन्य मौजूद थे.
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