प्रतिनिधि, मुंगेर.
मुंगेर सदर अस्पताल परिसर में रविवार को इलाज कराने पहुंचे जमालपुर सदर बाजार के दो पक्ष आपस में भिड़ गये. दोनों पक्षों में आधे घंटे तक खदेड़ा-खदेड़ी के साथ खूब लात-घूंसे चले. इसके कारण अस्पताल परिसर के अंदर व बाहर अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. हालांकि सुरक्षा ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी एवं निजी गार्ड के हस्तक्षेप से मामला शांत कराया गया.बताया जाता है कि रविवार की सुबह जमालपुर थाना क्षेत्र के सदर बाजार निवासी मो शाहबउद्दीन और उसका भाई अपना गृह निर्माण कार्य करवा रहे थे. तभी उसके पड़ोसी मो राजू अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पहुंचा और रास्ता छोड़ने की बात कही. इसी को लेकर दोनों पक्ष आपस में भिड़ गये. मारपीट में दोनों पक्षों से आठ लोग घायल हो गये. एक पक्ष से जहां मो शाहबउद्दीन, उसका भाई मो तवरेज व मो सरफराज घायल हो गया. वहीं दूसरे पक्ष से मो राजू, मो उमर, मो फैयाज, मो जियाद व मो आरिफ घायल हो गया.
सदर अस्पताल बना रणक्षेत्र
मारपीट में घायलों को लेकर दोनों के परिजन सदर अस्पताल पहुंचे. सभी के सिर जख्मी थे और स्वास्थ्यकर्मियों ने उनके सिर पर मरहम पट्टी बांध दी. घायलों के अलावे दोनों पक्ष से लगभग 20 से 25 की संख्या में महिला व पुरुष वहां मौजूद थे. मरहम पट्टी के बाद इमरजेंसी वार्ड में ही दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी. इमरजेंसी वार्ड से सभी निकल कर अस्पताल परिसर में आये और एक दूसरे से भिड़ गये. दोनों पक्षों में जमकर लात-घूंसा चला. अस्पताल परिसर से बाहर निकलने के बाद भी दोनों पक्ष एक दूसरे से भिड़ रहे थे. अस्पताल ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों एवं अस्पताल के सुरक्षा गार्ड ने दोनों पक्षों को नियंत्रित किया. इसके बाद दोनों पक्ष जमालपुर थाने में शिकायत करने के लिए पहुंच गये. मारपीट से अस्पताल में इलाज कराने आये मरीजों को काफी परेशानी हुई.
एक दूसरे पर लगाया आरोप
मो शाहबद्दीन व उसके भाइयों ने बताया कि वे अपनी पैतृक जमीन पर घर बनवा रहे हैं. मो राजू व उसके परिवार वाले जबरन रास्ता छोड़ने का दबाव बना रहे थे. रविवार को जब घर का काम चल रहा था तो सभी लोग पहुंचे और मारपीट कर घायल कर दिया. दूसरे पक्ष के मो राजू, मो उमर व अन्य ने बताया कि हमलोगों को उसके घर के बगल से काफी पुराना रास्ता है, हमलोगों का पाइप भी उधर से गुजरा है. जब रास्ता छोड़ कर मकान बनाने को कहा तो सभी आक्रोशित होकर मारपीट कर घायल कर दिया. जबकि इसको लेकर पंचायत में भी रास्ता छोड़ने का फैसला हो गया था. अब रास्ता छोड़ने के लिए दो लाख रुपये मांग रहा है.
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