प्रतिनिधि, मेसकौर
शनिवार को मेसकौर प्रखंड मुख्यालय स्थित बीआरसी भवन में दिव्यांग बच्चों के लिए पहचान व आकलन शिविर का आयोजन किया गया. विशेष शिविर में छह से 18 वर्ष आयु वर्ग के कुल 45 दिव्यांग बच्चो को निःशुल्क इलाज प्रदान किया गया. शिविर में इलाज कर रहे चिकित्सा प्रभारी डॉ. सुबीर कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य जरूरतमंद और आर्थिक रूप से कमजोर दिव्यांग बच्चों को चिह्नित करना है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी संजय जायसवाल ने कहा कि इन बच्चों को उपचार, दवा व आवश्यक उपकरणों की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है. उन्होंने बताया कि जिन बच्चों को कृत्रिम अंग की आवश्यकता होगी, उनका माप लेकर बाद में यह सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. शिविर में आए बच्चों और उनके अभिभावकों ने स्वास्थ्य विभाग की इस पहल की सराहना की. उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से वंचित तबके के बच्चों को बेहतर जीवन जीने का अवसर मिल रहा है. बीआरपी समावेशी शिक्षा मेसकौर रवि कुमार ने बताया कि विशेष शिविर में 45 बच्चो की जांच की गयी. जांच के बाग चिह्नित दिव्यांग बच्चों की संख्या के तहत तीन बच्चो को रेफर किया गया. कान संबंधित पांच बच्चों को जानचोपरान्त श्रवण यंत्र के लिए चिह्नित किया गया. आठ प्रमाणपत्र निर्गत किया गया, व्हीलचेयर के लिए सात बच्चो को चिह्नित किया गया. जबकि ट्राइसाइकिल के लिए दस बच्चों को चिह्नित किया गया. मौके पर डॉ रोहित कुमार, डॉ शैलेंद्र कुमार, बीआरपी (दिव्यांग जन) मेसकौर रवि कुमार, अकाउंटेट राकेश कुमार, मृत्युंजय कुमार, आमोद चौधरी आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है