नीतीश हत्याकांड. पुलिस ने कथित नाबालिग प्रेमिका व पिता को भेजा जेल
न्यायालय ने पुलिस से मांगा सीसीटीवी फुटेजनीतीश हत्याकांड में पुलिस सुलझाने के बजाय और उलझी
प्रतिनिधि, नवादा कार्यालय.
मिल्की-ढिबरी गांव निवासी नीतीश कुमार की हत्या के मामले में मुफस्सिल थाना की पुलिस का हाथ हत्यारों तक नहीं पहुंचा है. हालांकि, पुलिस ने मामले में दर्जनभर लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है, लेकिन साक्ष्य के अभाव में सभी को थाने से छोड़ दिया गया है. ऐसे पुलिस इस जुगत में है कि जल्द-से-जल्द हत्यारे तक पहुंचा जाये, ताकि नीतीश हत्याकांड की गुत्थी सुलझाई जा सके. 19 साल के नीतीश कुमार का शव पुलिस ने कुंभी गांव के समीप बधार से बरामद किया था. मामले में प्रेम-प्रसंग की चर्चा हो रही थी. इसके बाद पुलिस ने इस एंगल से भी जांच की कवायद को आगे बढ़ाया. पुलिस ने नीतीश की कथित प्रेमिका नाबालिग और उसके पिता को न्यायालय में प्रस्तुत किया.जानकारी के अनुसार, मामले को न्यायाधीश ने सुना. पुलिस ने न्यायालय को सभी बिंदुओं पर जानकारी देते हुए कहा कि आरोपित नाबालिग बेटी और पिता को 24 घंटे पहले पूछताछ के लिए थाना लाया गया था. वहीं, आरोपित बेटी-पिता ने न्यायालय को बताया कि पुलिस के द्वारा तीन दिनों से उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही थी, जबकि उनके पास किसी प्रकार का साक्ष्य नहीं मिला है. इस पर न्यायाधीश ने पुलिस से 15 जुलाई से लेकर कोर्ट आने तक की सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने की मांग कर दिया. इससे लग रहा है कि नीतीश हत्याकांड में पुलिस पुरी तरह से उलझ कर रह गयी है. अब तक इस हत्याकांड में किसी प्रकार का खुलासा नहीं कर सका है. वहीं, पुलिस प्रेम-प्रसंग समेत अन्य बिंदुओं पर लगातार जांच कर काॅल डिटेल के आधार पर पूछताछ में जुटी हुई है. पुलिस की पूछताछ में प्रथम दृष्टया हत्या प्रेम-प्रसंग से जुड़ा प्रतीत हो रही है. लेकिन, पुलिस को कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगा है. पुलिस मामले में तकनीकी एक्सपर्ट की भी मदद ले रही है.
12 जुलाई को नीतीश घर से निकला था
15 जुलाई को वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के बधार से सड़ा गला एक शव मिला था. उसकी पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिल्की डिबरी गांव निवासी रामचंद्र रविदास के 19 वर्षीय पुत्र नीतीश कुमार के रूप में हुई थी. नीतीश नगर के ही काॅलेज में इंटर का छात्र था, जो कि 12 जुलाई की रात से लापता था. नीतीश के बड़े भाई सुमित कुमार ने प्रेम-प्रसंग में छोटे भाई नीतीश की हत्या की आशंका जतायी थी. सुमित को मालूम था कि भाई का किसी लड़की से प्रेम था. इसी बीच 12 जुलाई को दोस्त के नाम पर झांसा देकर करीब 10 बजे रात को बुलाया गया और घटना को अंजाम दिया गया. 14 जुलाई को नीतीश के पिता रामचंद्र रविदास के द्वारा मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी, जिसमें 12 जुलाई की रात करीब 10 बजे से नीतीश के किसी दोस्त से मिलने की बात बताकर घर से निकलने की बात बतायी गयी. इसके बाद पूरी रात वह वापस नहीं लाैटा. सुबह में खोजबीन की गयी, लेकिन कहीं पता नहीं चला. नीतीश का मोबाइल बंद हाेने पर किसी अनहोनी की आशंका हुई और सूचना स्थानीय थाने को दी गयी. लेकिन, 15 जुलाई को नीतीश का शव पुलिस ने बरामद किया. नीतीश के मोबाइल का कॉल रिकार्ड निकालकर पुलिस प्रेमिका सहित पूरे परिवार को उठाकर पूछताछ के लिए थाने ले आयी.
क्या कहते हैं थानेदार
इस मामले में दो आरोपित को जेल भेजा गया है, जो कि हत्या कराने के लिए साजिश रचा था. बाकी अन्य आरोपितों को पकड़े के लिए पुलिस छापेमारी में जुटी हुई है. जल्द ही आराेपित पुलिस की गिरफ्त में होंगे. न्यायालय की ओर से सीसीटीवी फुटेज की मांग की गयी है.
– मृत्युंजय, थानाध्यक्ष मुफस्सिल थानाB
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