Bihar Police: नवादा में लापरवाही बरतने के आरोप में सिपाही को लाइन हाजिर किया गया है. ट्रैफिक डीएसपी ऋषभ शिव रंजन की रिपोर्ट पर पुलिस अधीक्षक अभिनव धीमान ने यह कार्रवाई की है. जानकारी मिली है कि शनिवार को रोह थाना क्षेत्र के दिरमोबारा गांव के निकट तेज रफ्तार बालू लदा ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया था. इसकी चपेट में आने से महरावा गांव निवासी संटू कुमार की मौत हो गई. इस घटना के बाद ग्रामीणों ने रोह बाजार में तीन मुहानी के पास शव रखकर सड़क को जाम कर दिया था.
युवक की मौत के बाद हंगामा
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक के परिजनों का आरोप था कि पुलिस बालू लदे एक ट्रैक्टर को खदेड़ रही थी. इस दौरान ट्रैक्टर की चपेट में आने से संटू गंभीर रूप से घायल हो गया. उस दौरान पुलिस ने घआयल संटू को उठाकर अस्पताल पहुंचाने के बजाय उसे घटनास्थल पर ही छोड़ दिया. परिजनों का आरोप है कि उस वक्त गश्ती में पीटीसी सिपाही मनोज सिंह थे, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने की पुष्टि
घटना की सूचना पर जाम हटवाने पहुंचे ट्रैफिक डीएपी ऋषभ शिव रंजन ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को कार्रवाई का भरोसा दिया था. इसके बाद रोह थाना में तैनात पीटीसी सिपाही मनोज सिंह को निलंबित करते हुए लाइन हाजिर कर दिया गया है. पीटीसी सिपाही को लाइन हाजिर किए जाने की पुष्टि रोह थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने की है.
क्या है मामला?
बता दें कि शनिवार को रोह थाना क्षेत्र के दिरमोबारा में सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई थी, जबकि उसका साथी जख्मी हो गया था. मृतक की पहचान महरावां गांव के संटू कुमार (17 वर्ष) के रूप में हुई है. मृतक इंटरमीडिएट का छात्र था.
बिहार की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें
पुलिस पर ये है आरोप
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस बालू लदे ट्रैक्टर का पीछा कर रही थी. इसी दौरान अचानक ट्रैक्टर आहर में पलट गई. तभी पैदल चल रहे दो युवक उसी ट्रैक्टर के नीचे दब गए और उनकी मौत हो गई. आरोप है कि घटना के बाद पुलिस वहां से भाग गई. स्थानीय लोगों का कहना था कि अगर समय रहते संटू को अस्पताल पहुंचाया जाता तो उसकी जान बच सकती थी.
इसे भी पढ़ें: Bihar election 2025: लालू यादव के पुराने दोस्त ने कसा तंज, कहा- ख्याली पुलाव बनाने का अधिकार सबको है