इस बार 9 अगस्त को मनाया जायेगा रक्षा बंधन, स्टोन राखियों का बढ़ा क्रेज
प्रतिनिधि, नवादा नगर
भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार नजदीक आते ही बाजारों में रौनक लौट आयी है. शहर की गलियों में राखियों की दुकानों की चकाचौंध साफ देखी जा सकती है. रंग-बिरंगी राखियों से सजे बाजार में खरीदारों की भीड़ बढ़ने लगी है. हालांकि इस बार राखियां महंगी जरूर हुई हैं, फिर भी लोगों में खरीदारी को लेकर उत्साह कम नहीं है. थोक व्यापारियों के अनुसार, इस बार राखी के निर्माण में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल महंगा हो गया है. विशेष रूप से मोती, स्टोन और सजावटी आइटम, जो अधिकतर चीन और अन्य देशों से आते हैं, उनके आयात में कमी आयी है. इसके कारण राखियों के दाम में 20 से 25 रुपये तक की वृद्धि दर्ज की गयी है. साथ ही, डीजल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी से ट्रांसपोर्ट लागत भी बढ़ गयी है, जिसका सीधा असर राखी की कीमतों पर पड़ा है.दिल्ली -कोलकाता से भी समय पर माल नहीं मिल रहाराखी विक्रेता मनोज पंडित बताते हैं कि इस बार दिल्ली और कोलकाता जैसे बड़े सप्लाई केंद्रों से भी समय पर माल नहीं मिल रहा है. वहां के मैन्युफैक्चरर, बढ़ी हुई मांग के अनुरूप उत्पादन कम कर पा रहे हैं. ऐसे में नवादा हमलोग जैसे व्यापारी खुद कोलकाता जाकर स्टॉक जुटाने में लगे हैं.
15 से 500 रुपये तक की राखियां उपलब्धबाजार में इस बार 15 रुपये से लेकर 500 रुपये तक की राखियां उपलब्ध है. भाई-भाभी के लिए डिजाइनर सेट, बच्चों के लिए कार्टून और लाइटिंग वाली राखियां, स्टोन से जड़ी ब्रेसलेट राखियां और रेशम धागे से बनी परंपरागत राखियां सभी को लुभा रही हैं. स्टोन राखियों की खास मांग बनी हुई है, जबकि म्यूजिकल राखियों ने भी बच्चों को आकर्षित किया है. ग्रामीण इलाकों व दूर-दराज के दुकानदारों ने भी खरीदारी शुरू कर दी है. कई व्यापारी एक-दो महीने पहले ही ऑर्डर देकर स्टॉक मंगा लेते हैं, ताकि त्योहार के समय पर माल की किल्लत न हो.
ऑनलाइन राखियों का चलन बढ़ा
देश के विभिन्न शहरों में रहने वाले भाइयों के लिए बहनें डाक, कूरियर और ऑनलाइन माध्यमों से राखियां भेज रही हैं. ऑनलाइन खरीदारी बढ़ने से स्थानीय बाजार पर कुछ असर जरूर पड़ा है, लेकिन फिर भी दुकानदार उम्मीद कर रहे हैं कि आखिरी दिनों में फुटकर बिक्री में उछाल आयेगा.
रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार इस वर्ष रक्षाबंधन नौ अगस्त, शनिवार को मनाया जायेगा. पूर्णिमा तिथि 8 अगस्त को दोपहर 2:12 बजे शुरू होकर 9 अगस्त को दोपहर 1:24 बजे समाप्त होगी. राखी बांधने का शुभ मुहूर्त नौ अगस्त को सुबह 5:39 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक रहेगा. भद्राकाल, जो अशुभ समय माना जाता है, आठ अगस्त को दोपहर 2:12 बजे से शुरू होकर 9 अगस्त की रात 1:52 बजे तक रहेगा. चूंकि रक्षाबंधन उदया तिथि यानी सूर्योदय की तिथि पर मनाया जाता है और भद्राकाल सुबह से पहले ही समाप्त हो जायेगा, इसलिए नौ अगस्त की सुबह राखी बांधना पूरी तरह शुभ होगा. भले ही इस बार महंगाई की मार पड़ी हो, लेकिन भाई-बहन के प्रेम का यह त्योहार अपनी गरिमा और जोश के साथ मनाया जायेगा. रंग-बिरंगी राखियों और प्यार भरे रिश्तों से सजे इस पर्व के लिए बाजार पूरी तरह तैयार है.राखियों की कीमतें प्रति पीस इस प्रकार हैं
भैया-भाभी राखी सेट: ₹100 – ₹250भाभी लुम्बा राखी: ₹35 – ₹90भाई राखी: ₹20 – ₹400बच्चों की राखी: ₹15 – ₹250स्टोन राखी: ₹75 – ₹400म्यूजिकल राखी: ₹35 – ₹250ब्रेसलेट राखी: ₹210 – ₹400रेशम धागा राखी: ₹15 – ₹75डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है