प्रतिनिधि, रजौली
नगर पंचायत समेत प्रखंड क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बिजली कटौती ने लोग परेशान हैं. स्थानीय अशोक कुमार, शंकर सिंह, बबलू पंडित, सुरेश कुमार, रंजीत सिंह, राहुल अठघरा आदि लोगों का कहना है कि बिजली कब आएगी और कब जाएगी, इसका कोई निश्चित समय नहीं है. दिन हो या रात, कभी भी घंटों बिजली गुल हो जाती है, जिससे खासकर बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जबकि किसानों के लिए यह समय खेती का है.लेकिन, बिजली नहीं रहने के कारण खेतों पानी नहीं दे पा रहे हैं. जिससे धान का बिचड़ा झुलसने लगा हैै. छोटे व्यवसायी भी इस बिजली कटौती से काफी चिंतित हैं, क्योंकि उनके व्यवसाय पर सीधा असर पड़ रहा है. दुकानदारों का कहना है कि बाजार शाम होते ही अंधेरे में डूब जाते हैं, जिससे ग्राहकों की संख्या घट गयी है. वहीं, छात्रों को पढ़ाई में दिक्कत आ रही है और घरों में पानी की किल्लत भी बढ़ गयी है क्योंकि मोटर चलाने के लिए बिजली उपलब्ध नहीं है. लोगों का कहना है कि आखिर गर्मी और बरसात में ही बिजली विभाग को मेंटेनेंस करने का बहाना क्यों मिलता है, क्या वे इन मौसमों से पहले मेंटेनेंस नहीं कर सकते हैं, सिर्फ लोगों के बिजली बिल वसूली करने व उन पर झूठ के एफआइआर करने के लिए ही पदाधिकारी तैनात हैं. लोगों ने बिजली विभाग से इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करने की मांग की है. उनका कहना है कि अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे. वहीं बिजली विभाग के जेइ भुवनेश्वर प्रसाद ने बताया कि बिजली के तार गिरने व मेंटेनेंस का कार्य होता है, तभी बिजली काटी जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है