संगत परिसर में आयोजित सात दिनी महायज्ञ में रोज होंगे पाठ व प्रवचन
प्रतिनिधि, अकबरपुर.
प्रखंड के संगत परिसर में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर गुरुवार से सात दिवसीय शतचंडी महायज्ञ शुरू हुआ. महायज्ञ के लिए भव्य कलशयात्रा निकाली गयी. इस यज्ञ में मुख्य यजमान के रूप में सोनू कुमार पाल, पत्नी प्रीति कुमारी, दिनेश पाल व पत्नी अंशु कुमारी शामिल हैं. बनारस से आये यज्ञ आचार्य अंजनी मिश्रा व संजीव पांडेय की देखरेख में महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है. कलशयात्रा में काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए. अकबरपुर संगत स्थित यज्ञ स्थल से निकली कलशयात्रा खुरी नदी संगम तट पर पहुंची. वहां वृंदावन से पधारे आचार्यों के वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच जलभरी हुई. वहां से जल लेकर लोग पुन: यज्ञ मंडप में पहुंचे. जलयात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था, जो जय श्रीराम व जय माता दी के जयघोष करते आगे बढ़ रहे थे. यज्ञ समिति के सदस्यों ने बताया कि यज्ञ में दिन में शत चंडी का पाठ एवं रात्रि में संत विद्वानों का प्रवचन होगा.यज्ञ में विनोद कुमार, नरेश मालाकार, मनोज शर्मा, दुर्गा पूजा शोभा यात्रा समिति के अध्यक्ष कौशल कुमार पांडे, सामाजिक कार्यकर्ता विक्रम बरनवाल अजीत बरनवाल वाल्मीकि प्रसाद सुधीर कुमार शंभू प्रसाद, कुंदन पांडे आदि सहयोग कर रहे हैं. इस यज्ञ के आयोजक संगत के महंत नेपाल बक्शी दास ने बताया कि इस महायज्ञ का अनुष्ठान समस्त मानवता के कल्याण, विश्व शांति, राष्ट्र हित और सनातन धर्म के संरक्षण एवं अखंड भारत की विजयी के लिए समर्पित है. उन्होंने बताया कि जहां शत चंडी पाठ होता है, वहां स्वतः ही समस्त संकटों का नाश होता है. यह महायज्ञ सिर्फ एक कर्मकांड नहीं, अपितु एक दिव्य चेतना का प्रवाह है.
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