पीट-पीट कर हत्या करने के बाद चेहरे पर डाला केमिकल
प्रेम-प्रसंग में हत्या होने की आशंका, पुलिस कई बिंदुओं पर कर रही जांचपुलिस हत्यारे के तलाश में जुटी, 13 जुलाई को गुमशुदगी की हुई थी प्राथमिकी
बदमाशों ने पहचान छिपाने के लिए युवक के चेहरे पर डाला केमिकलप्रतिनिधि, नवादा कार्यालय.
दोस्त से मिलने निकले युवक का तीन दिन बाद शव मिलने से परिजनों में कोहराम मच गया है. शव की पहचान छिपाने को लेकर मृतक युवक के चेहरे पर केमिकल डाल दिया गया था. युवक के चेहरे पर केमिकल के अलावे शरीर काफी फूल गया था, जिससे पुलिस को भी शव की पहचान में काफी मशक्कत करनी पड़ी. लापता युवक के परिजनों ने मुफ्फसिल थाने में बीते 13 जुलाई को गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था. कयास लगाया जा रहा है कि प्रेम-प्रसंग में युवक की जान गयी है. शव को कब्जे में लेकर पुलिस विभिन्न बिंदुओं पर जांच शुरू कर रही है. बताया जाता है कि मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के समाय ढिबरी गांव के रामचंद्र रविदास का 19 वर्षीय पुत्र नीतीश कुमार 12 जुलाई की शाम को दोस्त से मिलकर आने की बात बताकर घर से निकला, जो वापस लौट कर नहीं आया. परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कहीं से पता नहीं चला. थक-हार कर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी. सोमवार की देर शाम कुंभी गांव की आहर में युवक के शव होने की सूचना पुलिस को मिली. परिजनों को साथ लेकर पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची, तब उसकी पहचान समाय डिबरी गांव निवासी रामचंद्र रविदास के बेटे नीतीश कुमार के रूप में हुई.मृतक के भाई ने बताया कि वह पिछले दो सालों से बगल के गांव के किसी लड़की से बात करता था. पूछताछ करने पर किसी को कोई जानकारी नहीं दे रहा था. युवक के शरीर पर मारपीट के निशान मिले हैं. पहचान छिपाने के लिए शव पर केमिकल डाल कर चेहरे को जलाने का प्रयास किया गया है.
क्या कहते हैं थानेदारमुफस्सिल थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार ने बताया कि लापता युवक के परिजनों ने गुमशुदगी को लेकर थाने में आवेदन दिया था. पुलिस युवक की खोजबीन कर ही रही थी कि वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के कुंभी गांव के बधार में एक शव होने की सूचना प्राप्त हुई. पुलिस जांच में शव की पहचान डिबरी गांव से लापता युवक नीतीश कुमार के रूप में हुई. उसके चेहरे पर किसी प्रकार का केमिकल डाला हुआ है. फिलहाल, पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच पटना भेज दिया है. शव काफी गल चुका है. शव का पोस्टमार्टम फॉरेंसिक टीम के द्वारा किया जायेगा. पोस्टमार्टम जांच के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जायेगा.
बता दें कि इन दिनों अपराध तथा आपराधिक मामलों में वृद्धि हुई है, जो पुलिस के लिए लगातार एक चुनौती बनती जा रही है. हरेक छोटी-छोटी घटना एक बड़ी घटना के रूप में तब्दील हो रही है, जो भविष्य के लिए अच्छा नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है