23 जुलाई को विधान मण्डल,पटना का करेंगे घेराव
प्रतिनिधि, कौआकोल.
विभिन्न मांगों के समर्थन में वित्त रहित शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को नवादा जिले के सभी वित्त रहित शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों ने काला बिल्ला लगाकर सामान्य कामकाज करते हुए विरोध प्रदर्शन किया है. साथ ही आगामी 23 जुलाई को सरकार की दोहरी नीति के विरोध में राज्यव्यापी आंदोलन के तहत विधानमंडल पटना का घेराव एवं गर्दनीबाग में धरना प्रदर्शन करने के कार्यक्रम को सफल बनाने की बात कही गयी है. मोर्चे के जिलाध्यक्ष सह वारसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ बिपिन सिन्हा ने बताया कि बिहार सरकार राज्य के वित्त रहित अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों, इंटरमीडिएट महाविद्यालयों के हजारों वित्त रहित शिक्षा कर्मियों एवं वित्त रहित शिक्षकों के प्रति दोहरा मापदंड अपना रही है, जिसके कारण कर्मियों में भारी आक्रोश व्याप्त है. उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य मांगों में अनुदान के बदले वेतनमान देने, सात वर्षों के बकाया अनुदान का एक मुश्त भुगतान करने, कार्यरत सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों की सेवा स्थायी करने, सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने और सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन देने की मांग शामिल है. उन्होंने कहा कि जब तक उनलोगों की मांगें मान नहीं ली जाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. वारसी कॉलेज में सोमवार को किए गए प्रदर्शन में प्रो अजय कुमार, प्रो कौशल किशोर, प्रो महेंद्र कुमार, प्रो विष्णुदेव पासवान, प्रो जाहिद इकबाल, संजय प्रसाद, विद्याभूषण, मनोज कुमार, अशोक कुमार, शिवशंकर सिंह, उमेश सिंह आदि शामिल रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है