संवाददाता,पटना राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में बनाये गये अमृत सरोवर अब जल संचयन, फसल सिंचाई और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन का मजबूत आधार बनते जा रहे हैं. 15 वें वित्त आयोग के टाइड फंड की 30 प्रतिशत राशि से इनका निर्माण ग्राम पंचायतों में कराया गया है, जिनकी देखरेख पंचायत प्रतिनिधियों और त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थानों द्वारा की जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 24 अप्रैल, 2022 को आरंभ किये गये इस मिशन के तहत देशभर में 50,000 जलाशय बनाये जाने की योजना है. अब तक बिहार में 2,613 अमृत सरोवर विकसित किये जा चुके हैं. ये जल निकाय राज्य में जल संरक्षण, सिंचाई, मत्स्यपालन व मखाना उत्पादन का काम कर रहे हैं. साथ ही स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यावरणीय सुधार और स्थायी विकास के वाहक बन रहे हैं. पंचायती राज विभाग की ओर से संचालित योजनाओं में राज्य की ग्राम पंचायतों में जल संचयन, फसलों की सिंचाई के साथ रोजगार सृजन के लिए अमृत सरोवरों का निर्माण कराया जा रहा है.
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