संवाददाता, पटना मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना (एमएमजीएसयूवाइ) के तहत अभी राज्य में 2944 किमी सड़कों का निर्माण और होगा. इन सड़कों की संख्या 824 है. इसकी प्रशासनिक स्वीकृति विभाग के स्तर से मिल गयी है. अब तक इस योजना के तहत 445 सड़कों का 2148 किमी लंबाई में निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. इन सड़कों के निर्माण से हर मौसम में गांवों को निर्बाध संपर्क, बाजारों तक आसान पहुंच, स्कूलों और स्वास्थ्य केंद्रों तक सरल आवागमन जैसी मूलभूत सुविधाएं मिलने लगी हैं. इस योजना के कार्यान्वयन से स्थानीय स्तर पर रोजगार के हजारों अवसर उत्पन्न हुए हैं. कृषि उत्पादों को बड़ा बाजार मिला है. आसान पहुंच से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नकदी प्रवाह बढ़ा है और ग्रामीण परिवारों की आय पर सीधा असर पड़ा है. नयी सड़कों ने किसानों को अपनी फसलें अब समय पर बाजारों तक पहुंचाने का रास्ता दिया है. इससे कृषि उपज गुणवत्ता के साथ बाजारों में पहुंच रहे हैं, इससे किसानों को उचित मूल्य मिलने लगे हैं. ग्रामीण इलाकों में छोटे व्यापार, दुग्ध व्यवसाय और ग्रामीण पर्यटन जैसे क्षेत्र भी इससे लाभान्वित हुये हैं. ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना (एमएमजीएसयूवाइ) गांवों की जीवनरेखा बन गयी है. यह योजना रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक विकास से सीधे जुड़ी है. ग्रामीणों को अब वह सड़क मिली है जो उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ रही है. आने वाले महीनों में शेष सड़कों का निर्माण भी तेजी से पूरा कर लिया जायेगा.
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