23.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

बिहार में स्कूली ऑटो पर लगे प्रतिबंध से गहराया संकट, आज अहम बैठक के बाद हो सकता है बड़ा फैसला

Bihar News: बिहार में स्कूली ऑटो और ई-रिक्शा पर लगे प्रतिबंध को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. एक अप्रैल से लागू इस नियम के खिलाफ ऑटो चालकों का विरोध लगातार जारी है. ऑटो यूनियन ने इसे अनुचित बताते हुए रोजी-रोटी पर संकट की बात कही है. अब इस मुद्दे पर जिला प्रशासन और परिवहन विभाग की अहम बैठक होने वाली है.

Bihar News: पटना में एक अप्रैल से लागू स्कूली ऑटो और ई-रिक्शा पर प्रतिबंध के बाद ऑटो चालकों की रोजी-रोटी पर संकट मंडरा रहा है. करीब 10 हजार से अधिक चालकों के सामने रोजगार की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है. ऑटो यूनियन लगातार इस फैसले का विरोध कर रही है और परिवहन विभाग को पत्र लिखकर नियम में राहत की मांग कर रही है.

ऑटो यूनियन के महासचिव राजेश चौधरी ने कहा कि पहले बिना ओवरलोड और सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए ऑटो चालकों को स्कूल संचालन की अनुमति थी, लेकिन अब दुर्घटना से बचाव का हवाला देकर यह फैसला लिया गया है, जो अनुचित है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं निकला तो सभी ऑटो चालक हड़ताल और आंदोलन की राह पर उतरेंगे.

अभिभावकों और स्कूलों को भी हो रही परेशानी

इस फैसले से केवल ऑटो चालक ही नहीं, बल्कि अभिभावक और स्कूल प्रबंधन भी परेशान हैं. कई स्कूलों ने खुले तौर पर कहा है कि वे इस नियम को अमल में नहीं ला पा रहे हैं, क्योंकि इससे छात्रों की उपस्थिति प्रभावित हो रही है और वैकल्पिक व्यवस्था पर्याप्त नहीं है.

ई-रिक्शा पर सख्ती, ऑटो को मिल सकती है राहत

सूत्रों की मानें तो ई-रिक्शा से स्कूली बच्चों को ले जाने पर प्रतिबंध जारी रह सकता है, लेकिन ऑटो चालकों को राहत मिल सकती है. उन्हें बिना ओवरलोडिंग के स्कूल संचालन की अनुमति दी जा सकती है. हालांकि इस मुद्दे पर जिला प्रशासन अब भी असमंजस में है.

आज होगी निर्णायक बैठक

सोमवार को परिवहन निगम, ट्रैफिक एसपी और जिला प्रशासन के बीच इस मुद्दे को लेकर अहम बैठक होने जा रही है. इसी बैठक में तय होगा कि प्रतिबंध को पूरी तरह लागू किया जाएगा या उसमें ढील दी जाएगी. ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने स्पष्ट किया है कि बैठक के बाद ही पुलिस कार्रवाई का फैसला लिया जाएगा. ट्रैफिक विभाग द्वारा ऑटो चालकों को दी गई एक हफ्ते की मोहलत भी अब समाप्त हो चुकी है.

Also Read: “जिस मिट्टी ने पहचान दी, अब उसे बचाना है”, अपने गांव की पीड़ा पर छलका एक्टर मनोज बाजपेयी का दर्द

Abhinandan Pandey
Abhinandan Pandey
भोपाल से शुरू हुई पत्रकारिता की यात्रा ने बंसल न्यूज (MP/CG) और दैनिक जागरण जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अनुभव लेते हुए अब प्रभात खबर डिजिटल तक का मुकाम तय किया है. वर्तमान में पटना में कार्यरत हूं और बिहार की सामाजिक-राजनीतिक नब्ज को करीब से समझने का प्रयास कर रहा हूं. गौतम बुद्ध, चाणक्य और आर्यभट की धरती से होने का गर्व है. देश-विदेश की घटनाओं, बिहार की राजनीति, और किस्से-कहानियों में विशेष रुचि रखता हूं. डिजिटल मीडिया के नए ट्रेंड्स, टूल्स और नैरेटिव स्टाइल्स के साथ प्रयोग करना पसंद है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel