मनेर. मनेर में गंगा और सोन नदी के जलस्तर में आये उफान के कारण दियारा व निचले इलाके के करीब एक दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ गये हैं. कई गांव का संपर्क मनेर शहरी इलाके से टूट चुका है. सड़कों पर बाढ़ के पानी आ जाने से लोग जैसे-तैसे अपनी जरूरत के लिए बाढ़ के पानी में घुसकर मनेर तक जा रहे हैं. बाढ़ के पानी में कई दिनों से हो रही वृद्धि के कारण मनेर के फौजियों का गांव रतन टोला के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है. वहीं पंचायत के मुखिया मैनेजर सिंह व समाजसेवी प्रमोद कुमार ने गांव वालों की समस्याओं को बारे में मनेर प्रखण्ड व अंचल के अधिकारियों अवगत कराया है. साथ ही नाव चलाने की मांग रखी है. इधर महावीर टोला छिहत्तर, हल्दी छपरा, बदल टोला, दुधेला, मुंजी टोला, सात आना, धजव टोला, नया टोला, इस्लामगंज सहित नगर परिषद के अदल चक गांव में भी बाढ़ घुस चुका है.
बख्तियारपुर. हजारों एकड़ में लगी फसल जलमग्न
बख्तियारपुर. गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि से प्रखंड के रुपस महाजी, कालादियारा, चिरैया, हरदासपुर व रामनगर सतभईया पंचायत के लोग घरों में कैद होकर रह गये हैं. हजारों एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गयी है. वहीं लोगों को रोजमरा के जरूरी सामान को जुटाने में भी पसीने छूट रहे हैं. आवागमन का एकमात्र साधन नाव ही रह गया है. आबादी के अनुरूप नाव की भी व्यवस्था नहीं रहने के कारण लोग नाव पर भेड़-बकरी की तरह लदकर गंगा पार करने को विवश हैं. मंगलवार को अनुमंडलाधिकारी चंदन कुमार, सीओ निरंजन सुमन व बीडीओ अशोक कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है