संवाददाता, पटना प्रेम प्रसंग को लेकर गया की युवती की फतुहा के नियाजीपुर गांव में चाकू मार कर हत्या कर दी गयी और उसके शव को खुसरूपुर के हेमजापुर न्यू फोरलेन पर फेंक कर फरार हो गये. पुलिस ने शव को दो जुलाई को बरामद किया और 24 घंटे के अंदर टीम ने घटना को अंजाम देने में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गये लोगों में पंकज कुमार, सुनील कुमार व अंशु कुमार शामिल हैं. ये सभी फतुहा के नियाजीपुर के रहने वाले हैं. पंकज व सुनील आपस में चचेरे भाई हैं, जबकि अंशु टेंपो चालक है. हालांकि इस कांड को अंजाम देने में शामिल मुख्य आरोपी मनीष कुमार फरार है. पंकज, सुनील व मनीष ने युवती की हत्या की थी और अंशु के टेंपो पर लाद कर हेमजापुर न्यू फोरलेन के पास शव को फेंका गया था. प्रेमिका से छुटकारा पाने के लिए मनीष ने रची थी हत्या की साजिश : बख्तियारपुर के टेका बिगहा के रहने वाले मनीष की शादी फतुहा के नियाजीपुर में रहने वाले पंकज कुमार की बहन से हुई थी. लेकिन मनीष का प्रेम प्रसंग पहले से गया के रामपुर इलाके की युवती से चल रहा था. वह बराबर अपने साथ रहने को मनीष को कहती थी और शादी का झांसा देकर यौन शोषण का केस भी कर दिया था. इस कारण मनीष उससे छुटकारा पाना चाह रहा था. इस बात की जानकारी मनीष के साले पंकज व उसके चचेरे भाई सुनील को भी हो गयी. इसके बाद मनीष, पंकज व सुनील ने युवती की हत्या की योजना बनायी, ताकि सारा मामला ही खत्म हो जाये. इसके बाद युवती को मनीष ने मामला सुलझाने के लिए फतुहा के नियाजीपुर गांव में बुलाया. युवती पहुंची और उसे मनीष के ससुराल में ही मारपीट की गयी और चाकू से गोदकर हत्या कर दी गयी. इसके बाद उसके शव को नियाजीपुर में ही एक सुनसान जगह पर मिट्टी खोद कर दबा दिया गया. लेकिन शव से दुर्गंध आनी शुरू हो गयी थी. जिसके कारण इन लोगों को चिंता होने लगी. मनीष, पंकज व सुनील ने गांव के ही टेंपो चालक को तीन हजार रुपये देकर शव को फेंकने में शामिल किया. इसके बाद शव को हेमजापुर गांव न्यू फोरलेन के समीप फेंक कर फरार हो गये. पुलिस ने शव को दो जुलाई को बरामद किया, तो उसकी स्थिति देख कर समझ गयी कि हत्या तीन-चार दिन पहले हुई है. ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग ने बताया कि शरीर पर मारपीट व चाकू के जख्म के निशान को देख कर यह बात स्पष्ट हुई कि युवती की हत्या हुई है. इसके बाद जांच शुरू की गयी तो शव के आसपास टेंपो के टायर के निशान पाये गये. उस निशान से यह स्पष्ट हुआ कि टेंपो से ही शव को लाया गया है. इसके बाद पुलिस ने टेंपो चालकों से पूछताछ की तो यह जानकारी मिली कि चालक अंशु तीन लोगों के साथ वहां आया था. पुलिस टीम ने फतुहा के नियाजीपुर में छापेमारी की और चालक अंशु को गिरफ्तार किया. इसके बाद उसने बता दिया कि गांव के ही पंकज व सुनील ने उसे तीन हजार रुपये शव को फेंकने के लिए दिये थे. ग्रामीण एसपी ने बताया कि पंकज के बहनोई का गया की युवती से प्रेम प्रसंग चलता था. युवती से छुटकारा पाने के लिए उसकी हत्या कर दी गयी है. इस कांड में फिलहाल मनीष फरार है. उसे पकड़ने के लिए छापेमारी चल रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है