Arms License: पटना. बिहार में बड़े पैमाने पर हथियार लाइसेंस को रद्द करने की तैयारी चल रही है. हथियारों पर अब तक का यह सबसे बड़ा एक्शन होगा. अगर आपके पास हथियार का लाइसेंस है और आपने कभी शादी में फायरिंग की, सोशल मीडिया पर पोज़ मारते हुए तस्वीरें डाली, या किसी केस में नाम दर्ज है, तो अब सावधान हो जाइए. बिहार पुलिस आपका लाइसेंस कभी भी रद्द कर सकती है.
जिला प्रशासन को सख्त निर्देश
पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को आदेश दे दिया है कि जो भी लाइसेंसधारी व्यक्ति किसी आपराधिक मामले में शामिल रहा है या दबंगई दिखाता रहा है, उसकी फाइल खोलकर कार्रवाई शुरू की जाए. हर्ष फायरिंग, ब्लैक मार्केटिंग, गैर-कानूनी प्रदर्शन, या गैंग से जुड़ाव जैसी किसी भी गतिविधि में शामिल पाए गए लोगों के लाइसेंस अब सीधे कैंसल किए जा रहे हैं.चुनाव से पहले राज्य में अब तक का सबसे सख्त शस्त्र जांच अभियान शुरू हुआ है.
क्या होगा बदलाव
हर साल 17,000 से ज्यादा अवैध गोलियां पकड़ी जा रही हैं. जांच में सामने आया कि इनमें से बड़ी संख्या में गोलियां लाइसेंसी दुकानों से बेची गई थीं. NCRB के आंकड़ों के अनुसार बिहार की हिंसक अपराध दर देश में सबसे ऊंची है. पुलिस को अंदेशा है कि चुनाव के वक्त इन हथियारों का दुरुपयोग हो सकता है. ऐसे में लाइसेंसधारकों को अब NDAL-ALIS पोर्टल पर अपने हथियार की पूरी जानकारी अपलोड करनी होगी. हर गोली खरीदने पर खोखा जमा करना और उपयोग प्रमाण पत्र देना अनिवार्य होगा. अब साल में सिर्फ 50 राउंड गोलियां ही मिलेंगी. पहले ये सीमा 200 थी. हर तीन महीने पर कमेटी जांच करेगी कि किसका लाइसेंस वैध है और किसे रद्द किया जाना चाहिए.