पटना. बिहार में बीते वित्तीय वर्ष की कृषि ऋण वितरण में बैंकों की सुस्ती के कारण कृषि क्षेत्र को बड़ा झटका लगा है.सरकार द्वारा तय किए गए लक्ष्य के मुकाबले बैंकों ने केवल 63% कृषि ऋण ही वितरित किया है.इससे प्रदेश के लाखों किसानों को खेती की तैयारी, बीज, खाद और उपकरणों के लिए वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा.वित्तीय वर्ष 2024-25 में बिहार के बैंकों को कृषि ऋण के लिए कुल 1,12,266 करोड़ का लक्ष्य दिया गया था. इसके मुकाबले बैंकों ने केवल 70,178 करोड़ ही किसानों को ऋण के रूप में मुहैया कराया. यानी लक्ष्य का सिर्फ 62.5% ही पूरा हो सका. प्राथमिक सेक्टर के तहत भी बैंकों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा.इस श्रेणी में जहां कुल 2,43,093 करोड़ का वितरण लक्ष्य रखा गया था, वहां बैंकों ने सिर्फ 1,44,114 करोड़ ऋण के रूप में वितरित किए, जो कुल लक्ष्य का 59.28% है.
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