बिहार बजट 2025-2026, लाइफ रिपोर्टर@पटना: वित्तीय वर्ष 2025-2026 के लिए ‘बिहार बजट’ सोमवार को पेश किया गया. बिहार के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी के पिटारे से बिहार के लोगों के लिए क्या-क्या निकलेगा? इसपर हर किसी की निगाहें सुबह से टिकी हुई थी. इस खास मौके पर प्रभात खबर से बातचीत करते हुए बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष, सीआइआइ (बिहार) के चेयरमैन, सामाजिक संगठन से जुड़ी महिलाएं और स्टूडेंट्स समेत कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी, और कहा कि बिहार का बजट इस बार कई महत्वपूर्ण पहलुओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया. बजट आकार में वृद्धि से राज्य की आर्थिक प्रगति तेज होगी. वहीं शिक्षा के लिए 60,964 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं, जो सरकार की उच्च शिक्षा को सुलभ बनाने की मंशा को दर्शाता है.
‘बिहार बजट’ पर किसने क्या कहा
जनकल्याणकारी योजनाओं को मिलेगी गति – सुभाष पटवारी, अध्यक्ष, बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज
बजट में कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, सूचना-प्रावैधिकी, पर्यटन उद्योग और निवेश को बढ़ावा, कृषि, ग्रामीण एवं शहरी आधारभूत संरचना का विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन पर बल दिया गया है. बजट में महिलाओं के लिए पिंक बस और महिला हाट का प्रावधान करते हुए उनका विशेष ध्यान रखते हुए निचले स्तर तक के लोगों को लाभ पहुंचाने का प्रावधान किया गया है.
बजट आकार में लगातार हो रही वृद्धि – केपीएस केशरी, अध्यक्ष, बीआइए
राज्य के बजट आकार में लगातार वृद्धि हो रही है. राज्य की अर्थ व्यवस्था को गति देने के मद्देनजर वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए पेश किये गये बजट में बजट का आकार 3,16,895.02 करोड़ रुपया रखा गया है. पिछले वर्ष के मुकावले बजट में बढ़ोतरी हुई है. पिछले वर्ष स्कीम मद में उद्योग विभाग को 1732 करोड़ रुपये उपलब्ध कराया गया था, जबकि वित्तीय वर्ष 2025-26 में उद्योग विभाग का स्कीम मद में 1850 करोड़ रुपये दिये जाने का प्रस्ताव है. उद्योग विभाग को दिया गया बजट कुल बजट का 0.62 फीसदी है, जो कुल बजट का एक फीसदी से भी कम है, जो आशा के अनुरूप नहीं है.
स्वास्थ्य का रखा गया है विशेष ख्याल – डॉ सत्यजीत सिंह, चेयरमैन, सीआइआइ (बिहार)
स्वास्थ्य और शिक्षा के विकास के क्षेत्र में बजट में अच्छा आवंटन सरकार की दूरदर्शिता को इंगित करता है. स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में होने वाले व्यय से एक ओर समाज को फायदा होगा, दूसरी ओर व्यय का लाभ उद्योगों को भी मिलेगा. बजट में बेगूसराय में नया कैंसर अस्पताल खोला जायेगा. इस जिले में सबसे ज्यादा कैंसर मरीज आते हैं. इससे इस क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा. इसके अलावा राज्यभर में निजी क्षेत्र के सहयोग से प्राइवेट मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भी खुलेंगे. वहीं नीतीश सरकार का ग्रामीण सड़कों पर भी फोकस है. सरकार 15 करोड़ से ज्यादा खर्च करेगी, यह अच्छी बात है.
संस्थागत नीतियों को सहज बनाने का प्रयास – विवेक साह, अध्यक्ष, एसोचैम
एसोसिएटेड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (ऐसोचैम) की बिहार इकाई की ओर से वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बिहार बजट का हार्दिक स्वागत करता है. इस बजट से बिहार के विकास को गति मिलेगी. तीन लाख 17 हजार करोड़ के इस बजट में राज्य के विभिन्न प्रमुख आर्थिक एवं सामाजिक क्षेत्रों के विकास की योजनाएं रखी गयीं हैं, जिनका लाभ बिहार को प्राप्त होगा. बजट के जरिये राज्य सरकार ने संस्थागत नीतियों को सहज एवं सुगम बनाने का प्रयास किया है. सरकार सात शहरों में एयरपोर्ट निर्माण करायेगी, इससे लोगों को काफी फायदा होगा.
छात्रों व महिलाओं का रखा गया है ख्याल – राजेश खेतान, सीनियर सीए
नीतीश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में कुल 10 क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया है, जिसमें स्वास्थ्य क्षेत्र पर विशेष फोकस किया गया है. इस बार स्वास्थ्य क्षेत्र पर 20 हजार 335 करोड़ रुपया खर्च किया जायेगा. साथ ही बजट में किसान और छात्रों से लेकर महिलाओं तक का भी ख्याल रखा गया है. बिहार के लिए इस साल तीन लाख 17 हजार करोड़ का बजट पेश किया गया है. कुल मिलाकर देखा जाये, तो बिहार का बजट इस बार बढ़ा है. सरकार ने महिलाओं के लिए कई योजनाओं पर फोकस की है. राज्य के प्रमुख शहरों में पिंक बस सेवा शुरू होने से सभी महिलाओं को लाभ मिलेगा.
किसानों की आय बढ़ाने पर किया गया है फोकस – रमेश तलरेजा, महासचिव, बिहार खुदरा विक्रेता महासंघ
बजट में किसानों की आय बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है. सुधा के तर्ज पर तरकारी आउटलेट खोले जायेंगे. किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर (एमएसपी) पर मूंग और अरहर जैसी दलहन फसलों की खरीदी जायेंगी. जो किसानों और खाद्यान्न कारोबारियों दोनों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी. इसके अलावा 21 बाजार समितियों के आधुनिकीकरण के लिए 1,289 करोड़ रुपये की योजना से कृषि विपणन को मजबूत किया जायेगा. इसके अलावा दवा उत्पादन कंपनियों के लिए प्रोत्साहन नीति आदि से राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं को अपेक्षित बल मिलेगा.
बजट में हर वर्ग को मिला कुछ न कुछ उपहार – शेखर सुमन, महामंत्री, लघु उद्योग भारती
इस बजट से सूबे के विकास को और तेजी मिलेगी. बजट में सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है और हर वर्ग को उपहार दिया गया है. बजट में महिलाओं की सहूलियत के लिए पिंक बस सर्विस शुरू करने, बजट में शिक्षा विभाग को 60,964 करोड़ रुपये देने की भी ऐलान किया गया है. इससे जाहिर है कि सरकार का लक्ष्य है छात्र-छात्राओं उच्च शिक्षा उपलब्ध हो. किसानों की आय बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है. स्वास्थ्य पर 20 हजार 335, ग्रामीण विकास पर 16 हजार 193, ऊर्जा के लिए 13 हजार 483 करोड़ रुपये खर्च किया जायेगा, यह अच्छी बात है.
ग्राम एवं लघु उद्योग के भी लैटेंगे दिन – विनोद कुमार,अध्यक्ष, पाटलिपुत्र सर्राफा संघ
रोजगार युक्त निवेश को बढ़ावा देने के लिए बजटीय प्रस्ताव लायेंगे हैं जो कि स्वागत योग्य है. बजट में ग्राम एवं लघु उद्योग के लिए एक अच्छी राशि का आवंटन किया गया है जो स्वागत योग्य है. 2027 तक बिहार के किसी भी कोने में सड़क मार्ग से चार घंटे में पहुंचाने के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए इस बजट में विशेष राशि का आवंटन किया गया है जिससे बिहारवासियों को काफी राहत मिलेगी. सरकार नयी औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति 2025 लाने जा रही है. वर्तमान औद्योगिक प्रोत्साहन नीति 31 मार्च 2025 के प्रभाव से समाप्त होगी. नयी औद्योगिक नीति की जल्द ही घोषणा कर दी जायेगी.
खाद्य प्रसंस्करण नीति की घोषणा स्वागतयोग्य – डॉ संजीव चौरसिया, प्रदेश अध्यक्ष, बिहार राज्य खाद्यान्न व्यवसायी संघ
बजट में नयी खाद्य प्रसंस्करण नीति लागू करने की घोषणा का स्वागत किया है. यह नीति फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा देने और खाद्यान्न व्यवसायियों को नए अवसर प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होगी. राज्य के सभी प्रखंडों में अत्याधुनिक कोल्ड स्टोरेज स्थापित किए जाने के फैसले से खाद्यान्न व्यवसायियों को अपनी उपज को सुरक्षित रखने और बाजार में उचित मूल्य प्राप्त करने में सहायता मिलेगी. राज्य में स्वास्थ्य, इन्फ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा समेत कई क्षेत्रों में सुधार किया गया है. इससे बिहार की प्रगति संभव हो सकेगी.
बजट में हुआ है विशेष राशि का आवंटन – नरेंद्र कुमार, सदस्य, क्रेडाई नेशनल मैनेजिंग कमेटी
2027 तक बिहार के किसी भी कोने में सड़क मार्ग से चार घंटे में पहुंचाने के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए इस बजट में विशेष राशि का आवंटन किया गया है जिससे बिहार वासियों को काफी राहत मिलेगी. राज्य में नये निजी मेडिकल कॉलेज की स्थापना, 108 नगर चिकित्सा केंद्र की स्थापना, कैंसर रोगियों के लिए विशेष केयर सेंटर, बेगूसराय में कैंसर अस्पताल का खोला जाना, दवा उत्पादन कंपनियों के लिए प्रोत्साहन नीति आदि से सूबे के स्वास्थ्य सेवाओं को अपेक्षित बल मिलेगा. राजस्व बढ़ाने एवं रोजगार के स्थायी अवसर पैदा करने के लिए राज्य में औद्योगिकरण को बढ़ावा दिये जाने की आवश्यकता है.
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