Lallu Mukhiya Bihar: बिहार की राजनीति में सक्रिय और लोहिया जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्णवीर सिंह यादव उर्फ लल्लू मुखिया की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं. बाढ़ में दर्ज कमलेश प्रसाद हत्याकांड में आरोपी बनाए गए लल्लू मुखिया के घर मंगलवार सुबह पुलिस ने कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की. सुबह 10 बजे शुरू हुई यह कार्रवाई करीब तीन घंटे तक चली. इस दौरान लल्लू मुखिया के परिजन और पुलिस के बीच जमकर बहस भी हुई.
मौके पर पहुंची सात थानों की पुलिस
कार्रवाई के बीच मृतक कमलेश की पत्नी और बेटा कुमार गौरव भी लल्लू मुखिया के घर पहुंच गए, लेकिन पुलिस ने उन्हें भीतर जाने से रोक दिया. एहतियातन बाढ़ अनुमंडल के सातों थानों की पुलिस मौके पर तैनात रही. सोमवार को मजिस्ट्रेट की अनुपस्थिति में कार्रवाई टल गई थी, जिसे मंगलवार को अंजाम दिया गया.

अनंत सिंह के करीबी से बने प्रतिद्वंदी
एक दौर में मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह के बेहद करीबी रहे लल्लू मुखिया का सफर राजनीति में उतार-चढ़ाव भरा रहा. दोनों के बीच 2019 लोकसभा चुनाव के बाद रिश्ते बिगड़े और दूरी आ गई. इसके बाद लल्लू मुखिया ने बाढ़ विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा लेकिन हार गए. फिर पटना एमएलसी चुनाव में भी किस्मत आजमाई पर सफलता नहीं मिली. बाद में उन्होंने लोहिया जनता दल का गठन कर राजनीति में नई शुरुआत की.
हत्या केस में साजिश का आरोप
कमलेश हत्याकांड में लल्लू मुखिया को अप्राथमिक अभियुक्त बनाया गया था. हालांकि, मृतक के परिजन अब दावा कर रहे हैं कि राजनीतिक साजिश के तहत पुलिस ने दबाव में आकर यादव का नाम एफआईआर में जोड़ा. लल्लू मुखिया भी लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्थानीय सांसद और पुलिस प्रशासन पर फंसाने का आरोप लगाते रहे हैं.
2024 लोकसभा चुनाव में अशोक महतो की पत्नी का किया था समर्थन
2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने मुंगेर सीट से राजद उम्मीदवार अशोक महतो की पत्नी कुमारी अनीता का समर्थन किया था, जबकि यहां से जदयू के ललन सिंह विजयी हुए. कुर्की-जब्ती की कार्रवाई के बाद अब लल्लू मुखिया की कानूनी मुश्किलें और गहरा सकती हैं. पुलिस का कहना है कि आगे की कानूनी प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी.
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