बिहार में कुत्ते और ट्रैक्टर का निवास प्रमाणपत्र बनने का मामला सामने आया है. पटना के मसौढ़ी में सबसे पहले एक मामला सुर्खियों में रहा जहां मसौढ़ी अंचल कार्यालय से ‘डॉग बाबू’ नाम से निवास प्रमाण पत्र जारी हुआ. इस हरकत में शरीक कार्यपालक सहायक को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया. जबकि अब नवादा और चंपारण में भी कुत्ते और ट्रैक्टर के नाम से निवास प्रमाण पत्र के आवेदन का मामला सामने आ गया है. इन मामलों में भी गिरफ्तारी होगी.
नवादा में ‘डॉगेश बाबू’ नाम से आवास प्रमाण का आया आवेदन
नवादा के सिदरदला अंचल में कुत्ते का आवास प्रमाण पत्र बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया गया है. आवेदक कुत्ते का नाम ‘डॉगेश बाबू’ है. पिता का नाम आवेदन में डोगेश के पापा और मां का नाम डॉगेश की मम्मी दर्ज किया गया है. आवेदक कुत्ते का पता खरौंध गांव वार्ड नंबर 11 अंचल सिरदला दर्ज है. यह मामला सामने आया तो प्रशासन एक्टिव हुई. अब प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है.
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मोतिहारी में सोनालिका ट्रैक्टर के नाम से आवासीय प्रमाण पत्र
दूसरा मामला मोतिहारी का है. जहां कोटवा अंचल कार्यालय में सोनालिका ट्रैक्टर के नाम से आवासीय प्रमाण पत्र बनाने का आवेदन मिला है. आवेदन में पिता का नाम स्वराज ट्रैक्टर और माता का नाम कार देवी दर्ज है. जब मामला सामने आया तो मोतिहारी के एसपी स्वर्ण प्रभात एक्शन में आए. उन्होंने फर्जी आवेदक के खिलाफ केस दर्ज करने और उसकी गिरफ्तारी का निर्देश दिया है.

पटना में डॉग बाबू का सर्टिफिकेट जारी, कार्यपालक सहायक गिरफ्तार
सबसे पहले मामला पटना के मसौढ़ी अंचल कार्यालय का सामने आया था. जहां एक कुत्ते का आवासीय प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया. डॉग बाबू नाम से बने इस सर्टिफिकेट में कुत्ते की तस्वीर भी लगी थी. जांच में पता चला कि इस ऑफिस के कार्यपालक सहायक ने कुत्ते की फोटो को अपलोड किया था. जहानाबाद के घोसी निवासी कार्यपालक सहायक मिंटू कुमार निराला को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया. एक नेता के प्रतिनिधि का वह करीबी बताया जाता है. वहीं इसी मामले में मंगलवार की देर शाम को तीन आइटी सहायक को पुलिस उठाकर थाने ले गयी है. हिरासत में लेकर तीनों से पूछताछ की गयी.
