E-Voting In Bihar: देश में पहली बार इ-वोटिंग शनिवार को बिहार में हुई. घर बैठे मोबाइल में एप के जरिए मतदाताओं ने अपने वोट डाले. बिहार से बाहर रहने वाले लोग भी मतदान में हिस्सा ले सके. बिहार नगरपालिका आम चुनाव और उपचुनाव में चुनाव आयोग ने यह नया प्रयोग किया. इसका असर भी दिखा. लोगों ने इ-वोटिंग भी जमकर किए. दोनों चुनाव को मिलाकर औसतन 69 प्रतिशत इ-वोटिंग हुई.
इ-वोटिंग का क्या रहा हिसाब-किताब?
बिहार नगरपालिका आम चुनाव में शनिवार को 96 पदों के लिए और उपचुनाव में 40 पदों के लिए वोटिंग करायी गयी. इसबार घर बैठे वोट डालने का ऑप्शन भी था. इसके तहत आम चुनाव में जितने मतदाताओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था उनमें 80.60% मतदाताओं ने वोट डाले. इ-वोटिंग के जरिए इन्होंने मतदान में हिस्सा लिया. वहीं उपचुनाव में 58.38 प्रतिशत मतदाताओं ने मोबाइल फोन के जरिए वोट किया. आम चुनाव और उपचुनाव को मिलाकर औसतन 69.49 प्रतिशत मतदान मोबाइल के जरिए हुआ.
ई-वोटिंग और इवीएम से मतदान के आंकड़े
बिहार नगरपालिका चुनाव में इ-वोटिंग के लिए कुल 51 हजार 155 मतदाताओं ने पंजीकरण कराया था. जिनमें 26038 पुरुष और 25117 महिलाएं शामिल थीं. सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन बक्सर में 13147 लोगों ने कराया था. वहीं दूसरी ओर इसी चुनाव में इवीएम से बूथों पर जाकर सिर्फ 54.63 प्रतिशत मतदाताओं ने ही मतदान किया. 30 जून को सुबह 8 बजे अब मतगणना करायी जाएगी.
पटना में इ-वोटिंग, ताबड़तोड़ वोट पड़े
पटना में भी लोगों ने घर बैठे मतदान किया. बूथों पर जाकर इवीएम के जरिए वोट करने वालों की तादाद भी अच्छी खासी दिखी. खुसरुपुर नगर पंचायत में शनिवार को 68 प्रतिशत मतदान हुए. एसडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी ने बताया कि पहली बार इवोटिंग की सुविधा मिली तो 1688 मतदाताओं ने घर बैठे मतदान कराने के लिए रजिस्ट्रेशन कराए जिनमें 1646 वोटरों ने मतदान किया. इधर, नौबतपुर में इ-वोटिंग से 86 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि विक्रम में 56 प्रतिशत वोट इवीएम से तो 83 प्रतिशत वोट इ-वोटिंग के जरिए पड़े.