Bihar : बिहार में सड़क, पुल और एक्सप्रेसवे के क्षेत्र में इस साल विकास की नई रफ्तार देखने को मिलेगी. केंद्र सरकार ने राज्य के लिए कुल सवा लाख करोड़ रुपये की लागत वाली सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी है. इनमें कई वर्षों से लंबित पड़ी योजनाएं भी शामिल हैं, जिन पर अब निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. इन परियोजनाओं में प्रधानमंत्री पैकेज 2015 की बची हुई योजनाओं को भी सम्मिलित किया गया है. इन्हें पूरा करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है.
नितिन गडकरी से की मुलाकात
बिहार पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने इस संबंध में दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की. बैठक के बाद पटना लौटकर उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी दी कि 2025-26 के दौरान बिहार में केंद्र सरकार की स्वीकृति से कई अहम परियोजनाएं शुरू की जाएंगी. इनमें चार मेगा एक्सप्रेसवे की परियोजनाएं भी शामिल हैं. गोरखपुर-सिलीगुड़ी, रक्सौल-हल्दिया, पटना-पूर्णिया और बक्सर-भागलपुर को जोड़ने वाली इन एक्सप्रेसवे परियोजनाओं की लागत करीब 75,000 करोड़ रुपये होगी. ये सड़कें राज्य के उत्तर-दक्षिण और पूर्वी-पश्चिमी हिस्सों को तेज रफ्तार संपर्क से जोड़ेंगी.
कई योजनाओं को मिली मंजूरी
बिहार में इस वर्ष वार्षिक कार्य योजना 2025-26 के तहत 33464 करोड़ की लागत से 17 राष्ट्रीय राजमार्ग, 18 रेलवे ओवरब्रिज/अंडरपास और 7 बायपास सड़कें बनाई जाएंगी. इसके अलावा प्रधानमंत्री पैकेज के तहत लंबित भागलपुर-बलझोर एनएच, बरबीघा-जमुई-बांका-पंजवारा एनएच और पटना रिंग रोड के पूर्वी हिस्से को 4 और 6 लेन में विस्तारित करने की स्वीकृति भी केंद्र ने दे दी है.
पटना के लिए खुशखबरी
राजधानी पटना को भी एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है. एम्स से दीदारगंज तक करीब 27 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की परियोजना को मंजूरी मिल चुकी है. इस परियोजना की कुल लागत 4,808 करोड़ रुपये होगी. इसमें बीएसआरडीसी एजेंसी द्वारा एम्स से अनीसाबाद तक 10 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड 1,308 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा, जबकि सरिस्ताबाद से दीदारगंज तक 17 किलोमीटर लंबी सड़क के लिए 3,500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इस परियोजना के पूरी होने से पटना शहर के दक्षिणी और पूर्वी हिस्से को जोड़ने में काफी सहूलियत होगी.
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बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
बिहार के कई अन्य मार्गों को 2 लेन से 4 लेन में बदला जाएगा. इनमें मसरख-चकिया-भिट्ठा मोड़ (146 किमी), बेतिया-बगहा (69 किमी), बरियारपुर-बिशनपुर (141 किमी), अरवल-बिहारशरीफ (89 किमी), दरभंगा-जयनगर (38 किमी) और ढाका मोड़-बलझोर (27 किमी) प्रमुख हैं. इन सभी परियोजनाओं को हजार करोड़ की लागत से पूरी की जाएगी. इन योजनाओं के पूरा होने से न सिर्फ यात्रा की सुविधा बढ़ेगी बल्कि रोजगार के भी अवसर बढ़ेंगे.
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