Bihar Flood Alert: बिहार में इन दिनों लगातार झमाझम बारिश का दौर जारी है. जिसके कारण राज्य की कई नदियां उफन आई है. गंगा, गंडक, कोसी, पुनपुन, फल्गु, दरधा समेत कई छोटी-बड़ी नदियां उफनाई हुई है. राज्य में रविवार को गंगा, बूढ़ी गंडक और पुनपुन नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर दर्ज किया गया. वहीं, राजधानी पटना की बात करें तो, गंगा नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. इसके साथ ही वह खतरे के लाल निशान के ऊपर बह रही है. जिसके कारण पटना के दियारा इलाके में तेजी से पानी फैलने लगा है. कई इलाके डूब चुके हैं. जिसके कारण लोगों की परेशानियां बढ़ रही है.
इन इलाकों में फैल रहा पानी
बाढ़ के पानी के कारण पटना जिले के मनेर, दानापुर, फतुहा, बख्तियारपुर और दनियावां में असर दिखने लगा है. गंगा का जलस्तर दीघा घाट में खतरे के निशान से 13 सेमी और गांधी घाट में 53 सेमी अधिक है. जल स्तर बढ़ने से पटना के घाट की सीढ़ियों के ऊपर पाथ-वे पर पानी बहने से लोगों का आवागमन ठप है. लोग सुबह में पाथ-वे पर मॉर्निंग वॉक करते थे. हालांकि, पाथ-वे पर पानी में छोटे-छोटे बच्चे अठखेलियां करने से बाज नहीं आ रहे हैं.
दियारा इलाके में स्थिति गंभीर
वहीं, दीघा घाट पर गंगा नदी का पानी सड़क किनारे तक पहुंच गया है. इससे दीघा में दाह संस्कार को लेकर परेशानी बढ़ गई है. पानी बढ़ने से जगह काफी कम बचा है. जलस्तर और बढ़ने पर परेशानी अधिक होगी. बिंद टोली की चारों ओर पानी फैल गया है. अब घरों में पानी घुसने की स्थिति है. बिंद टोली के दक्षिण में खाली जगहों से पानी काफी तेज बहने लगा है. दियारा क्षेत्र में पानी काफी तेजी से फैल रहा है. इसे लेकर जिला प्रशासन की ओर से लगातार नजर रखी जा रही है. अभी खेतों में पानी फैला है. घरों में पानी नहीं घुसा है, दियारा क्षेत्र में एडीएम आपदा हालत का जायजा ले रहे हैं.
पटना डीएम ने दिए आदेश
इधर, पटना डीएम ने कहा कि, दरधा और धोबा नदी के बांध पर दबाव बढ़ा हुआ है. दनियावां के सलारपुर होरल बिगहा के महत्माइन टाल में पानी सड़क पर बह रहा है. शाहजहांपूर के मसनदपूर में जमींदारी बांध पर पानी का दबाव बढ़ रहा है. फतुहा की मोमिनपुर पंचायत के निसबुचक गांव में धोबा नदी के पानी के कारण खार हो रहा है. इन जगहों पर कटाव निरोधक कार्य करने की आवश्यकता है. अधीक्षण अभियंता को बांधों पर मरम्मत कार्य कराने का निर्देश दिया. उन्होंने अनुमंडल और अंचल स्तरीय सभी अधिकारियों को चौकस और भ्रमणशील रह कर स्थिति पर 24 घंटे नजर बनाये रखने का निर्देश दिया.
अन्य नदियों में भी उफान, हाई अलर्ट
बता दें कि, कोसी, सोन, गंडक और फल्गु नदियों के जलस्तर में भी बढ़ोतरी का रुख देखा जा रहा है. पिछले एक सप्ताह से हो रही भारी बारिश से बांका का चांदन डैम पूरी तरह भर चुका है. पानी ओवरफ्लो होकर स्पीलवे के जरिये नदी में डिस्चार्ज हो रहा है. इधर, बाढ़ की आशंका देखते हुए नादियों के तटीय इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से राहत और बचाव के व्यापक इंतजाम किये गये हैं. साथ ही सभी तटबंधों की 24 घंटे लगातार निगरानी के लिए पाली में अभियंताओं और अधिकारियों की तैनाती की गई है. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को भी अलर्ट पर रखा गया है.
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