Bihar Flood: बिहार में नीतीश सरकार अब गंडक नदी की स्थिति पर गंभीरता से काम करने जा रही है. जल संसाधन विभाग जल्द ही एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार करेगा जिसके तहत गंडक नदी का नेपाल सीमा स्थित वाल्मीकिनगर से लेकर गंगा में संगम स्थल सोनपुर तक 225 किलोमीटर का सर्वे कराया जाएगा. इस सर्वे में नदी का प्रवाह, मौजूदा स्थिति, तटबंधों की मजबूती और गाद की मात्रा का भी अध्ययन किया जाएगा.
बाढ़ के खतरे ने बढ़ाई सरकार की चिंता
2024 में गंडक नदी में 21 सालों बाद रिकॉर्ड जलस्राव हुआ. 28 सितंबर को जलस्राव 5.62 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया, जो 2003 के बाद का दूसरा सबसे बड़ा स्तर था. इस उच्च जलस्राव के कारण वाल्मीकिनगर बराज पर सभी गेट खोलने के बावजूद पानी ओवरटॉप कर गया. इससे बराज पर भी प्रतिकूल असर पड़ा. इसी वजह से राज्य सरकार ने गंडक नदी का फिर से विस्तृत सर्वे कराने का निर्णय लिया है.
512 करोड़ की क्षति, तटबंध हुए ध्वस्त
बीते साल आई बाढ़ ने राज्य को 512 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया. लगभग 118 किलोमीटर तक तटबंध क्षतिग्रस्त हुए और कई संरचनाएं टूट गईं. नदी के तल में गाद की अत्यधिक मात्रा के कारण जलधारण क्षमता घट गई है, जिससे अब कम बारिश में भी बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इससे नहरों की कार्यक्षमता पर भी असर पड़ रहा है. नई योजनाएं तटबंधों को मजबूत बनाने और जलप्रवाह की दिशा को नियंत्रित करने पर आधारित होंगी.