Bihar Flood News: बिहार में गंगा-कोसी समेत अन्य प्रमुख नदियों में इस समय उफान है. गंगा का जलस्तर कई जिलों में खतरे के निशान के बेहद करीब है. जबकि पटना समेत कई जिलों में गंगा डेंजर लेवल के ऊपर बह रही है. गंगा का पानी निचले इलाकों में फैलने लगा है. बाढ़ का संकट कई जिलों में गहराने लगा है. वहीं बीरपुर में कोसी बराज के 24 फाटक खोले जा चुके हैं. पानी तेजी से बढ़ा है.
बिहार की नदियों का उफान
बिहार में गंगा, कोसी और बूढ़ी गंडक नदियां कई जगहों पर खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. नेपाल के पर्वतीय इलाके में जिस तरह भारी बारिश हो रही है उसका असर दिख रहा है.गोपाल गंज के डमरियाघाट में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से 45 सेमी नीचे कल था. इसके गिरावट दर्ज हो सकती है. खगड़िया में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से 41 सेमी ऊपर बुधवार को रही.
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कोसी बराज के 24 फाटक खोले गए
नेपाल के पर्वतीय इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश का असर सुपौल जिला में देखने को मिल रहा है. बराह क्षेत्र में जलस्तर में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है. जिससे कोसी नदी के प्रवाह में उफान है. बुधवार को बराह क्षेत्र का जलस्तर शाम 06 बजे नदी का डिस्चार्ज 01 लाख 73 हजार 790 क्यूसेक दर्ज किया गया. जिसके बाद प्रशासन हाई अलर्ट पर है. इस वर्ष का अब तक का सर्वाधिक स्तर इसे माना जा रहा है. बुधवार की शाम को कोसी बराज के 24 गेट खोल दिए गए. नेपाल में बारिश की रफ्तार अगर नहीं कमती है तो संकट और गहरा सकता है.आपदा प्रबंधन विभाग सतर्क है. इंजीनियर ने बताया कि नदी के दोनों तटबंधों पर सभी स्पर और स्टर्ड पूरी तरह सुरक्षित हैं.
पटना में गंगा का जलस्तर
पटना में गंगा का जलस्तर कमा है. दीघा घाट में गंगा का जलस्तर अब खतरे के निशान से 18 सेमी नीचे है. लेकिन गांधी घाट पर गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से अभी भी ऊपर है. हालांकि महज 21 सेमी अब यहां डेंजर लेवल के ऊपर गंगा बह रही है. दोनों जगहों पर बुधवार को जलस्तर में गिरावट दर्ज हुआ है. जिससे दियारा क्षेत्र में भी पानी में कमी आने से लोगों को राहत मिली है.
बक्सर में गंगा का जलस्तर
बक्सर में भी गंगा के जलस्तर में कमी दर्ज हुई है. यहां दो सेंटीमीटर प्रति घंटे के हिसाब से पानी घट रहा है. मंगलवार से ही पानी घटने का दौर जारी है. जिससे गंगा के मैदानी इलाकों में पसरा पानी अब नीचे खिसकने लगा है. बाढ़ के संकट में घिरे लोगों ने राहत महसूस की है. बुधार को गंगा का जलस्तर शाम 6 बजे 59.13 मीटर दर्ज हुआ.
भागलपुर में गंगा का जलस्तर
फरक्का बराज के सभी 108 गेट खोल दिए गए हैं जिसका असर दिखने लगा है. गंगा का जलस्तर भागलपुर में भी घटने लगा है. भागलपुर में गंगा नदी खतरे के निशान से नीचे है. हालांकि सबौर प्रखंड के ममलखा पंचायत के चायचक में गंगा का पानी घुस चुका है. मंगलवार की देर रात को गंगा के तेज बहाव में सड़क , पेड़ और मंदिर भी नदी में समा गया. बाढ़ का पानी कई इलाकों में फैल गया है.