Bihar Land Survey: पटना. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री डॉ दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि भूमि सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त का काम निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चल रहा है. रैयत किसी अफवाह का शिकार नहीं बनें. जो रैयत अपनी जमीन का ब्योरा अबतक समर्पित नहीं किये हैं, 31 मार्च तक अनिवार्य रूप से ऑनलाइन/ऑफलाइन जमा कर दें. इसके साथ ही सूबे के नौ प्रमंडलों में से आठ प्रमंडलों के सर्वर ने अलग-अलग काम करना शुरू कर दिया है. बाकि बचे सारण प्रमंडल का अपना अलग सर्वर भी जल्द ही काम करने लगेगा. उन्होंने कहा कि इस तकनीकी समस्या के हल होने के साथ ही भूमि सर्वे के काम में और तेजी आयेगी.
सर्वाधिक संतोष जनक प्रगति दरभंगा की
भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक कमलेश कुमार सिंह ने शास्त्रीनगर स्थित राजस्व सर्वे प्रशिक्षण संस्थान में मंगलवार को स्वघोषणा की प्रगति की जिलावार समीक्षा की. दूसरे चरण के जिन 18 जिलों में भूमि सर्वेक्षण का काम शुरू हुआ है उनमें सर्वाधिक संतोष जनक प्रगति दरभंगा जिले की रही है. जिले में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से मंगलवार की शाम तक कुल साढ़े सात लाख से स्वघोषणा प्राप्त है. इनमें से रैयतों द्वारा सीधे ऑनलाइन माध्यम से 6,30,832 स्वघोषणा को समर्पित किया गया है.
पटना में अब तक तीन लाख से अधिक आये स्वघोषणापत्र
राजधानी में सभी 26 अंचलों को मिलाकर अब तक कुल 3,30,334 स्वघोषणा ऑनलाइन एवं ऑफलाइन मोड में प्राप्त हुएहैं. इनमें ऑनलाइन माध्यम से 1,53,375 स्वघोषणा को निदेशालय की वेबसाइट पर अपलोड किया गया है. जबकि 1,76,959 स्वघोषणा ऐसी है, जो शिविर स्तर पर ऑफलाइन मोड में प्राप्त है. इनमें से 1,38,899 स्वघोषणा को सर्वे कर्मियों द्वारा ऑनलाइन किया जा चुका है. जबकि, 38,060 स्वघोषणा को अपलोड किया जाना शेष है. समीक्षा में यह बात सामने आयी कि सभी प्रमंडलों के सर्वर के अलग-अलग काम करने से प्रपत्र-2 भरने यानि स्वघोषणा के काम में भी प्रगति हुई है.
अगले एक सप्ताह में पूरा करना होगा काम
ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों को मिलाकर दूसरे चरण में अबतक जमा स्वघोषणा की कुल संख्या 79,42,233 हो चुकी है. इनमें 46,41,796 स्वघोषणा रैयतों द्वारा ऑनलाइन माध्यम से अपलोड किया गया है. शिविर स्तर पर ऑफलाइन माध्यम से कुल 33,00437 स्वघोषणा प्राप्त हुई. इसमें से 24,29,756 स्वघोषणा को ऑनलाइन किया जा चुका है. वहीं 8,70,681 स्वघोषणा को ऑनलाइन किया जाना बाकी है. निदेशक ने अगले एक सप्ताह में इन्हें ऑनलाइन करने का लक्ष्य सभी बंदोबस्त पदाधिकारियों को दिया है. समीक्षा में कहा गया कि दूसरे चरण के जिन 18 जिलों में दूसरे चरण में अगस्त, 2024 में भूमि सर्वेक्षण का कार्य शुरू हुआ है वो अपेक्षाकृत बड़े जिले हैं. इनमें मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, वैशाली, पटना, भोजपुर, रोहतास, कैमूर, बक्सर, सारण, सीवान, गोपालगंज, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, गया, औरंगाबाद, नवादा और भागलपुर के नाम हैं.
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