Bihar News: बिहार के पारंपरिक विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति अब नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के दिशा-निर्देशों के अनुरूप की जाएगी. यह फैसला उच्च शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. पारंपरिक विषयों के साथ-साथ अब नये और समसामयिक विषयों के लिए भी सहायक प्रोफेसरों की बहाली की तैयारी चल रही है. शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालयों को इस संबंध में रिक्त पदों की सूचना शीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. यह रिक्तियां राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग को भेजी जाएंगी ताकि नियुक्ति प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जा सके.
नये विषयों के लिए भी होंगे प्रोफेसर नियुक्त
हाल ही में राजभवन में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में कई कुलपतियों ने यह चिंता जताई थी कि नये विषयों की पढ़ाई अभी केवल विशेष प्रबंधों के जरिए संभव हो पा रही है. इसलिए इन विषयों के लिए सहायक प्रोफेसर की नियुक्ति तुरंत जरूरी है. बैठक के बाद राजभवन ने विश्वविद्यालयों से अधियाचना भेजने को कहा है ताकि नियुक्ति प्रक्रिया में कोई देरी न हो.
अभी कुछ विषयों के इंटरव्यू बाकी
अगस्त तक चार हजार से अधिक सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति पूरी होने की संभावना है. अभी कुछ विषयों जैसे वाणिज्य, शिक्षा, संगीत और पर्यावरण विज्ञान आदि के साक्षात्कार शेष हैं. यदि प्रक्रिया कानूनी पचड़े में नहीं फंसी, तो नियुक्तियां तय समय पर पूरी हो सकती हैं, जिससे विश्वविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित हो सकेगी.
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