Bihar News: बिहार के सारण जिले के मशरक प्रखंड से लगभग 6 किलोमीटर दूर स्थित बहरौली पंचायत आज विकास की नई पहचान बना चुका है. लगभग दो हजार की आबादी वाले इस पंचायत की सीमा से घोघाड़ी नदी गुजरती है. नदी के उस पार बहादुरपुर, कवलपुरा, बंगरा, पदमपुर, पदमौल, सपही, डुमरसन जैसे कई गांव हैं. पहले यहां पुल नहीं होने के कारण लोगों को बहादुरपुर जैसे गांवों में मौजूद उच्च विद्यालय, इंटर कॉलेज और ग्रामीण बैंक तक पहुंचने के लिए 4 किलोमीटर का लंबा फेरा लगाना पड़ता था. यही नहीं, बहरौली के ग्रामीणों की खेती की जमीन भी नदी के उस पार है, जिससे खेती-किसानी में काफी दिक्कत होती थी.
मुखिया अजीत सिंह की विकास की सोच
पंचायत के मुखिया अजीत सिंह ने इस समस्या के समाधान के लिए सांसद, विधायक और एमएलसी तक से कई बार गुहार लगाई, मगर नतीजा शून्य रहा. हार न मानते हुए उन्होंने अपनी निजी राशि से घोघाड़ी नदी पर पुल का निर्माण शुरू करवा दिया.
8 लाख रुपए की लागत से बना है पुल
करीब 8 लाख रुपये की लागत से बन रहा यह पुल 70 फीट लंबा है, जिसमें 30 फीट का मुख्य पुल और 7 सायफन शामिल हैं. पुल के बनने से दर्जनों गांवों को सीधे जोड़ने में मदद मिलेगी. स्थानीय लोगों के मुताबिक, एसएच 90 को डायरेक्ट 227 ए राम जानकी पथ से जोड़कर यह पुल रामबाण साबित होगा और विकास की रफ्तार को नई दिशा देगा.
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