Bihar News: बिहार में पहली बार चिप्सोना आलू और प्रोसेसिंग वेराइटी के टमाटर की खेती हुई है. प्रदेश में उपजने वाले टमाटर और आलू से टोमैटो सॉस और चिप्स बनने लगे हैं. अबतक किसानों से दो हजार मीट्रिक टन टमाटर खरीदकर प्रोसेसिंग कंपनियों को दिया गया है. प्रोसेसिंग कंपनियों से दर हजार मीट्रिक टन टमाटर का ऑर्डर तिरहुत सब्जी संघ को मिला है. पटना को एक हजार मीट्रिक टन आलू और टमाटर का ऑर्डर मिला है. प्रदेश के तीन सब्जी उत्पादक संघों तिरहुत, मिथिला सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन संघ और हरित सब्जी प्रसंस्करण विपणन सहकारी संघ का देश की बड़ी मल्टी नेशनल प्रोसेसिंग कंपनी के साथ एमओयू हुआ है.
सहकारिता विभाग ने बांटे थे 7.91 लाख किलो चिप्सोना आलू के बीज
प्रदेश में पहली बार प्रोसेसिंग वेराइटी के टमाटर और आलू की खेती हुई है. इनकी खेती के लिए चयनित किसानों को ट्रेनिंग भी दी गई है. खेती के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भी बनाया गया है. बता दें, सहकारिता विभाग ने तिरहुत, मिथिला और हरित सब्जी उत्पादक संघ को 7 लाख 91 हजार किलो चिप्सोना आलू के बीज दिए थे. इसके साथ ही 30 लाख टमाटर के पौधे भी किसानों के बीच बांटे गए थे. प्रदेश में आलू का उत्पादन छह लाख मीट्रिक टन और टमाटर का उत्पादन 40 लाख मीट्रिक टन हुआ है.
तिरहुत सब्जी उत्पादक संघ को मिले थे इतने बीज
तिरहुत सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन सहकारी संघ के अध्यक्ष अमित कुमार शुक्ला बताते हैं कि उन्हें 3 लाख 64 हजार किलो आलू के बीज मिले थे. इसे 800 किसानों के बीच बांटा गया था. इससे तीन हजार मीट्रिक टन आलू का उत्पादन हुआ है. वहीं, वेजफेड के प्रबंध निदेशक प्रभात कुमार ने बताया कि राज्य में चिप्सोना आलू और टमाटर से चिप्स और टोमैटो सॉस बनने लगा है. कंपनियों ने आलू और टमाटर की दो खेप ली है.
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