Bihar News: राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय आज (मंगलवार) इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) पटना के नेत्र संस्थान में चार अत्याधुनिक सुविधाओं का उद्घाटन करेंगे. इन सुविधाओं में मॉड्यूलर ओटी, एक अत्याधुनिक इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी मशीन, एक डायग्नोस्टिक लैब और माइक्रोस्कोप अल्ट्रासाउंड शामिल हैं. इससे 24 घंटे आंखों का इलाज हो सकेगा. संस्थान के निदेशक डॉ. प्रो. बिंदे कुमार के अनुसार इससे संबंधित सभी सुविधाओं की तैयारी पूरी कर ली गई है.
मरीजों के लिए वरदान साबित होगी मशीन
उन्होंने बताया कि अंधेपन के जोखिम वाले मरीजों के लिए यह मशीन वरदान साबित होगी. इस तरह के मरीजों की पारंपरिक सामान्य जांच विधियों से सही समय पर पहचान नहीं हो पाती. उन्होंने आगे कहा कि राज्य और पूर्वोत्तर भारत में अंधेपन के खिलाफ जिस लड़ाई के लिए क्षेत्रीय नेत्र संस्थान की स्थापना की गई थी, इस मशीन से उसे मजबूती मिलेगी.
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आंखों की बेहतर होगी रोशनी
इस संबंध में क्षेत्रीय नेत्र संस्थान के उप निदेशक सह प्रमुख डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा के अनुसार इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी और वाइड फील्ड फंडस कैमरा के उद्घाटन से आंखों की जांच पहले से अधिक उन्नत, वैज्ञानिक और सटीक हो जाएगी. इस अत्याधुनिक इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी मशीन से जन्मजात नेत्र विकार, रेटिनल डिस्ट्रोफी, ऑप्टिक न्यूरोपैथी या अज्ञात कारणों से आंखों की रोशनी में कमी जैसे जटिल नेत्र रोगों के इलाज में मदद मिलेगी.
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