Bihar News: पटना. पूर्व मध्य रेलवे ने यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है. जयनगर से पटना तक परिचालित नमो मेट्रो ट्रेन को जल्द ही बक्सर तक विस्तारित करने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया है. यदि स्वीकृति मिलती है, तो आरा और बक्सर के यात्रियों को इस तेज, आरामदायक और आधुनिक ट्रेन सेवा का लाभ जल्द मिल सकेगा. रेल सूत्रों की माने तो जयनगर-पटना के बीच परिचालित ट्रेन नंबर 94803 नमो भारत रैपिड एक्सप्रेस को इसी महीने के अंत तक बक्सर तक विस्तारित करने की योजना है. यदि यह प्रस्ताव मंजूर हो जाता है, तो आरा और बक्सर के साथ-साथ समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, बेगूसराय, मोकामा जैसे कई महत्वपूर्ण स्थानों से होकर यह ट्रेन चलेगी, जिससे बिहार के इन हिस्सों के लोगों को यात्रा में काफी सुविधा होगी.
मेट्रो ट्रेन जैसी सुविधा, किराया भी कम
नमो मेट्रो ट्रेन को रेल सेवा में एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है. यह परंपरागत रेल पटरी पर चलते हुए मेट्रो ट्रेन जैसी सुविधा देती है. इस ट्रेन का डिज़ाइन मेट्रो जैसा आधुनिक और आकर्षक है, साथ ही इसकी अधिकतम गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक है. ट्रेन में ऑटोमेटिक डोर लॉक सिस्टम, आरामदायक सीटें और खड़े रहने के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध है. यात्रियों के लिए मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट जैसी आधुनिक सुविधाएं भी इस ट्रेन में मौजूद हैं. वर्तमान में जयनगर से पटना तक नमो भारत मेट्रो एक्सप्रेस में कुल 16 कोच हैं, जिन्हें आवश्यकता अनुसार बढ़ाया भी जा सकता है. इस ट्रेन में लगभग 2,000 से अधिक यात्री एक साथ यात्रा करते हैं.
देश में अभी बस दो नमो मेट्रो
हाजीपुर रेलवे जोन के मुख्य सूचना अधिकारी सरस्वती चंद्र ने बताया कि नमो भारत एक्सप्रेस की देखरेख पटना जंक्शन में की जाती है, जहां ट्रेन करीब पांच घंटे तक रुकती है. इस खाली समय का सदुपयोग करते हुए दानापुर मंडल ने ट्रेन के विस्तार का प्रस्ताव हाजीपुर मुख्यालय को भेजा है. प्रस्ताव के अनुसार, यदि ट्रेन बक्सर तक जाती है, तो प्रतिदिन करीब 600 से अधिक अतिरिक्त यात्री इस सेवा का लाभ उठा सकेंगे. नमो भारत एक्सप्रेस गुजरात के बाद बिहार की दूसरी ऐसी ट्रेन है, जो मेट्रो जैसी आधुनिक सुविधाओं से लैस है. इस ट्रेन की शुरूआत से ही यात्रियों को इसकी गति, आराम और सुविधाओं ने खूब आकर्षित किया है. रेल मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि नमो मेट्रो की बक्सर तक विस्तार से बिहार के कई जिलों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी और यात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे क्षेत्रीय विकास को भी बल मिलेगा.
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