Bihar Politics: बिहार की सियासत में गर्मी तब और बढ़ गई जब जनसुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. पटना में मानसून सत्र के दौरान प्रशांत किशोर के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया, जिससे तनाव की स्थिति बन गई. पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की भी देखने को मिली.
जन सुराज का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य सचिव से मिलने पहुंचा. प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के नेता प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, एनपी मंडल, किशोर कुमार, अरविंद सिंह, ललन यादव, जितेंद्र मिश्रा शामिल हैं.
कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज
जन सुराज पार्टी ने पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगाया है. पार्टी का कहना है कि शांतिपूर्ण ढंग से विधानसभा का घेराव कर रहे कार्यकर्ताओं पर बर्बर लाठीचार्ज किया गया. जिसमें कई लोगों को गंभीर चोटें आईं. घटना के बाद प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे प्रशांत किशोर ने सरकार पर तीखा हमला बोला- उन्होंने कहा कि यह जंग की शुरुआत है. सरकार हमें दबाना चाहती है, लेकिन हम ऐसा जवाब देंगे कि पूरा बिहार देखेगा. हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उनके घर में घेर लेंगे. पुलिस हमें नहीं रोक सकती.
जनसुराज की मांग
बिहार विधानसभा का मानसून सत्र इन दिनों चल रहा है, जिसके चलते विधानसभा परिसर और आसपास के इलाकों में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. इसके बावजूद जन सुराज कार्यकर्ता बड़ी संख्या में राजधानी पहुंचे और प्रदर्शन किया.
पार्टी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, इस आंदोलन का उद्देश्य सरकार से तीन प्रमुख मांगों को लेकर जवाब मांगना था. गरीब परिवारों को रोजगार के लिए दो लाख रुपये की सहायता, दलित भूमिहीन परिवारों को तीन डिसमिल जमीन देने की घोषणा,भूमि सर्वेक्षण में जारी भ्रष्टाचार की जांच.
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विधानसभा का घेराव करेगी जन सुराज
जन सुराज पार्टी ने पहले ही घोषणा की थी कि इन मुद्दों को लेकर वह एक करोड़ हस्ताक्षरों के साथ विधानसभा का घेराव करेगी. पार्टी का आरोप है कि सरकार ने घोषणाएं तो कीं, लेकिन उन पर अमल नहीं हुआ. फिलहाल, पुलिस की कार्रवाई और प्रशांत किशोर के बयानों के बाद यह मामला और गरमा गया है. विपक्षी दलों की भी प्रतिक्रिया सामने आने की उम्मीद है.