Bihar Politics: एनडीए का साथ छोड़ चुके पशुपति कुमार पारस ने पटना में बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि बिहार में महिलाओं पर लगातार अत्याचार हो रहा है, जिसमें दलित महिलाओं की संख्या सबसे अधिक है. बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर है. स्थिति यह है कि वीवीआईपी इलाके में फायरिंग की जा रही है. भ्रष्टाचार का आलम है कि अंचल कार्यालय से लेकर सचिवालय तक बिना पैसे के कोई काम नहीं हो रहा है.
अपराध पर कोई रोक नहीं
पशुपति कुमार पारस ने कहा कि बिहार में सत्ता परिवर्तन अब जरूरी है. कानून व्यवस्था खराब होने का एकमात्र कारण है कि लगातार एक ही सरकार का होना है. बिहार सरकार अपराध पर लगाम लगाने में अक्षम है. प्रशासन का भय अपराधियों में खत्म हो गया है.
विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर क्या बोले
पशुपति कुमार पारस ने बताया कि पार्टी ने संगठन को मजबूत करने के लिए लगातार काम किया है. अभी तक 25 जिलों में कार्यकर्ता सम्मेलन हो चुका है. बिहार के लोग भी अब नई सरकार चाहते हैं. बिहार में डबल इंजन की सरकार है, लेकिन बिहार के लिए कोई बड़ा काम नहीं हो रहा है.
बिहार कई मामलों में पिछड़ा हुआ है. चुनाव लड़ने को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि वे उसी गठबंधन के साथ जाएंगे जिनकी विचारधारा उनकी पार्टी से मिलती-जुलती होगी. उनकी पार्टी सामाजिक न्याय का समर्थन करती है. पारस ने कहा कि अभी किसी गठबंधन में सीट का फैसला नहीं हुआ है. समय आने पर सब तय कर लिया जाएगा.
लालू यादव वाले मामले पर क्या बोले
पारस ने कहा, “लालू प्रसाद के जन्मदिन पर बाबासाहेब अंबेडकर की तस्वीर को लेकर जिस तरह से भाजपा राजनीति कर रही है, वह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है. लालू यादव कभी भी अंबेडकर का अपमान नहीं कर सकते. लालू यादव और हमारे पार्टी के संस्थापक दिवंगत नेता रामविलास पासवान ने लंबे समय तक एक साथ काम किया और बाबासाहेब के सपने को जमीन पर उतारने का काम किया.
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