बिहार में खुदकुशी के मामले लगातार सामने आ रहे है. हाल की घटनाओं पर नजर डालें तो करीब आधा दर्जन से अधिक केस चंद दिनों में ही पाए गए. मुंगेर जिले में पटना के एक युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. इसी जिले में एक 44 वर्षीय मजदूर ने भी फंदे से झूलकर खुदकुशी कर ली. पटना के बिहटा में इंटर के एक छात्र ने आत्महत्या की. सहरसा में एक महिला ने अपनी जिंदगी खुद ही खत्म कर ली. ऐसे कई मामले सामने हैं. इन मामलों में जो एक एंगल कॉमन दिख रहा है वो यह है कि सभी मृतक तनाव से जूझ रहे थे.
पटना में इंटर स्टूडेंट ने की खुदकुशी
पटना के बिहटा थाना क्षेत्र में इंटर के एक छात्र ने खुदकुशी कर ली. अपने कमरे में उसने फंदे से लटक कर जान दे दी. मृतक मूल रूप से यूपी का निवासी था. उसके पिता पिछले 50 वर्षों से बिहटा में ही दवा की दुकान चलाते थे. मृतक गोलू थर्ड डिवीजन से इसी साल इंटर पास हुआ था. वह डिप्रेशन में रहता था. अपनी बहन के यहां हैदराबाद में रहकर वह तैयारी करता था. जिस दिन उसे हैदराबाद लौटना था उसी दिन उसने खुदकुशी कर ली.
मुंगेर में प्रेमिका की मौत के बाद युवक ने की आत्महत्या
मुंगेर जिले में खुदकुशी के दो मामले सामने आए हैं. पूरबसराय थाना क्षेत्र में एक 25 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी. मृतक मूल रूप से पटना का रहने वाला था. मुंगेर में फुटपाथ पर कपड़े की दुकान चलाता था जिसे निगन प्रशासन ने हाल में ही अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत हटा दिया था. सर्वेश अपनी बहन के यहां से लौटा और किराये के कमरे में फंदे से लटक कर जान दे दी. चर्चा है कि सर्वेश अपनी प्रेमिका की मौत के बाद डिप्रेशन में था.
मुंगेर में मजदूर ने रात में चुपके से की खुदकुशी
मुंगेर में ही एक और घटना हुई जब कासिम बाजार थाना क्षेत्र में 44 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. मृतक अवैध हथियार निर्माण धंधे से भी जुड़ा था. मानसिक रूप से तनाव में रहता था. अपनी पत्नी के साथ वह आए दिन मारपीट करता था. रात में जब सभी सो गए तो चुपके से उठकर वह दूसरे कमरे में गया और फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली.
सहरसा में महिला ने की आत्महत्या
सहरसा जिले के बनमा इटहरी प्रखंड में आंगनबाड़ी सहायिका की 24 वर्षीय बहू ने फंदे से लटक कर जान दे दी. मृतका की शादी चार साल पहले हुई थी और पति दूसरे राज्य में काम करता था. अपनी सास और एक बेटी के साथ वह गांव में रहती थी. सास से आए दिन झगड़ा होता था. अचानक कमरे में फंदे से लटकता उसका शव मिला.
क्यों बढ़ रही खुदकुशी की घटनाएं?
प्रभात खबर के लीगल काउंसलिंग सत्र में अधिवक्ता राहुल देव सिंह ने पाठकों की कई समस्याएं सुनी और उन्हें समाधान का रास्ता दिखाया. अधिवक्ता ने समाज में तेजी से बए़ रही आत्महत्या की घटना पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि ये घटनाएं केवल मानसिक अवसाद नहीं बल्कि समाज में बढ़ रहे एकाकीपन और टूटते संबंधों के संकेत हैं. उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में हम अपने आसपास के लोगों को जानना तो दूर पहचानना तक छोड़ चुके हैं. समाज में संवाद की मकी और भावनात्मक दूरी और समर्थन की कमी लोगों को भीतर से कमजोर बना रही है. जिसके कारण छोटी-छोटी परेशानियां भी जानलेवा बन रही है. समाज को खुद सामने आकर लोगों से जुड़ना होगा और संवाद बढ़ाना होगा. मानसिक सहयोग का माहौल बनाना होगा.