Bihar Teacher: बिहार में अब सभी सरकारी स्कूलों के प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक स्कूल समय शुरू होने से ठीक 15 मिनट पहले पहुंचेंगे. वे लाउडस्पीकर के जरिए RTE एंथम “टन-टन-टन… सुनो घंटी बजी स्कूल की” हर दो मिनट पर दो बार बजायेंगे ताकि बच्चे समय पर स्कूल पहुंचें.
48 घंटे में सभी स्कूलों में लाउडस्पीकर जरूरी
शिक्षा विभाग ने निर्देश दिया है कि सभी स्कूलों में 48 घंटे के भीतर कार्यशील लाउडस्पीकर लगाया जाए. पुराने लाउडस्पीकर खराब हों तो उन्हें सुधरवाया जाए. उनकी ध्वनि स्कूल के पोषक क्षेत्र तक जानी चाहिए। ज़िला शिक्षा अधिकारी इसकी निगरानी करेंगे.
चेतना सत्र में होगी अनुशासन की शुरुआत
स्कूल में चेतना सत्र के शुरू होते ही मुख्य द्वार बंद कर दिया जाएगा. देर से आने वाले छात्रों को प्रवेश नहीं मिलेगा. अभिभावकों को डायरी के माध्यम से जानकारी दी जाएगी. चेतना सत्र में सर्वधर्म प्रार्थना, बिहार राज्य गीत, राष्ट्रगीत और शिक्षाप्रद गतिविधियां कराई जाएंगी.
बच्चों की निगरानी और शिक्षकों की जिम्मेदारी तय
हर कक्षा में एक मॉनीटर नियुक्त किया जाएगा जो गृहकार्य की कॉपियां शिक्षकों को देगा. मॉनीटर को बैज मिलेगा. पहली, दूसरी और तीसरी घंटी में गणित, विज्ञान और भाषा की पढ़ाई होगी. क्लास टीचर प्रतिदिन बच्चों की डायरियां जांचेंगे.
शिक्षकों की उपस्थिति और निगरानी होगी सख्त
अब शिक्षक स्कूल में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे. जो शिक्षक सिर्फ हाजिरी लगाकर चले जाते हैं या शाम को फिर से आकर हाजिरी लगाते हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. DEO इस पर विशेष निगरानी रखेंगे. अगर किसी को पता चलता है कि कोई शिक्षक स्कूल से गायब है, तो ग्रामीण, मुखिया या वार्ड सदस्य कॉल सेंटर नंबर 14417 या 18003454417 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं. जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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