Bihar Weather बिहार के सीतामढ़ी में पिछले दो दिनों से देर रात्रि में हो रही बारिश से आम और लीची की फसलों को तो लाभ पहुंचा है. लेकिन, खेतों में लगे मसूर, धनिया, सरसों व अरहर की फसल पानी में भीगने से उसके काले होने का डर किसानों को सता रहा है. गेहूं को छोड़ कर सभी प्रकार की दलहन एवं तिलहन फसलें खेतों में तैयार हैं.
हालांकि 40 फीसदी किसान अपनी फसल को खलिहान में जमा कर चुके हैं. 60 फीसदी किसानों की रबी फसल अब भी खेतों में लगी हुई है. रबी फसल अगर लगातार पानी में भीगती रही, तो वह खराब हो जाएगी. किसान नगीना प्रसाद, सीताराम साह व दिनेश कुमार समेत अन्य ने कहा कि आम एवं लीची के मंजर पर धूलकण जमा था, जिसके कारण मंजर के खराब होने का डर था.
हल्की बारिश से मंजर पर पड़ा धूलकण अब साफ हो गया है. इससे आम और लीची के मंजर में अब दाने पकड़ लेंगे. कृषि विशेषज्ञ रामबाबू प्रसाद का कहना है कि किसानों को आम के मंजर पर प्लानोंफिक्स टॉनिक एवं एमिदाक्लोर कीटनाशक का निर्धारित मात्रा से छिड़काव करना चाहिए. इससे टिकोला स्वस्थ एवं मजबूत होगा.