जाति जनगणना: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के जाति जनगणन फैसले का जीतन राम मांझी की पार्टी हम (से.) ने स्वागत किया है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने कहा कि जाति जनगणना कराने का केंद्र सरकार का फैसला स्वागतयोग्य है. इससे विभिन्न वर्गों के लोगों की संख्या का पता चलेगा. जिससे उनके उत्थान एवं विकास के लिए योजनाएं बनाने में सहूलियत होगी.
केंद्र सरकार के इस फैसले से देश के विकास को गति मिलेगी.जाति जनगणना कराने के फैसले के लिए पार्टी प्रवक्ता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को धन्यवाद देते हुए उन्हनोंने कहा कि मोदी सरकार का यह फैसला जनता की आकांक्षा के अनुरूप है. एनडीए सरकार हमेशा से जनता के उम्मीदों के अनुरूप काम करती है.आज भी किया है. विपक्ष जब सरकार में थी तो इसका विरोध करती रही.
जनगणना 1951 से प्रत्येक 10 साल के अंतराल पर होती है. लेकिन 2021 में कोरोना महामारी के कारण जनगणना टल गई थी.इसके कारण राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को भी अपडेट करने का काम भी बाकी है.अभी तक जनगणना की नई तारीख का आधिकारिक तौर पर एलान नहीं हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, जनगणना के आंकड़े 2026 में जारी किए जाएंगे.इससे भविष्य में जनगणना का चक्र बदल जाएगा.जैसे 2025-2035 और फिर 2035 से 2045.