छत्तीसगढ़ के सुकमा में सोमवार को नक्सलियों ने प्रेशर IED विस्फोट किया जिसकी चपेट में आकर एडिशनल एसपी आकाश राव की मौत हो गयी. आकाश राव पैदल गश्ती दल में शामिल थे. इस विस्फोट में थाना प्रभारी समेत कई जवान भी जख्मी हुए हैं. इस घटना ने बिहार के उस हत्याकांड की याद ताजा करा दी जब नक्सलियों के द्वारा ऐसी ही साजिश वर्ष 2005 में रची गयी थी. जिसका शिकार मुंगेर के तत्कालीन एसपी केसी सुरेंद्र बाबू समेत 6 पुलिसकर्मी बन गए थे.
छत्तीसगढ़ में प्रेशर IED विस्फोट करके नक्सलियों ने की एडिशनल एसपी की हत्या
छत्तीसगढ़ के सुकमा में सोमवार को नक्सलियों ने प्रेशर IED विस्फोट किया जिसकी चपेट में आकर एडिशनल एसपी आकाश राव की मौत हो गयी. आकाश राव पैदल गश्ती दल में शामिल थे. इस विस्फोट में थाना प्रभारी समेत कई जवान भी जख्मी हुए हैं. नक्सलियों के द्वारा बिहार में भी ऐसी ही साजिश वर्ष 2005 में रची गयी थी जिसका शिकार मुंगेर के तत्कालीन एसपी केसी सुरेंद्र बन गए थे.
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2005 में तत्कालीन मुंगेर एसपी की हुई थी हत्या
छत्तीसगढ़ की इस घटना ने 20 साल पहले बिहार में हुई उस घटना की याद ताजा कर दी जब मुंगेर के तत्कालीन एसपी केसी सुरेंद्र बाबू को नक्सलियों ने भीमबांध प्रक्षेत्र में बारुदी सुरंग बिछाकर उड़ा दिया था और उनकी जान ले ली थी. तत्कालीन मुंगेर एसपी 1997 बैच के आईपीएस सुरेन्द्र बाबू 5 जनवरी 2005 को भीमबांध से सटे पैसरा गांव में नक्सलियों के खिलाफ छापेमारी करके जवानों के साथ वापस मुंगेर लौट रहे थे. लेकिन रास्ते में ही नक्सली साजिश का शिकार बन गए थे.

बारुदी सुरंग बिछाकर नक्सलियों ने उड़ाया था, 6 पुलिसकर्मियों की ली थी जान
दरअसल, नक्सलियों ने बारुदी सुरंग बिछा रखी थी. जैसे ही एसपी की जिप्सी सुरंगे के टारगेट में आया, उसे विस्फोट कर दिया गया. जोरदार धमाका हुआ और आधा दर्जन पुलिसकर्मियों के चिथड़े उड़ गए थे. मृतकों में तत्कालीन एसपी सुरेंद्र बाबू और उनके अंगरक्षक, जिप्सी चालक आदि शामिल थे.

आज 20 साल बाद भी गिरफ्तारी है जारी
केसी सुरेंद्र बाबू हत्याकांड में आरोपियों की गिरफ्तारी और रिहाई का सिलसिला आज भी जारी है. पिछले दिनों ही इसी हत्याकांड मामले में आरोपी रहे नक्सल एरिया कमांडर नरेश रविदास उर्फ पाताल को उसके गांव तेलियाडीह से जमुई पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस हत्याकांड के केस को 2011 में रिओपन भी किया गया. लेकिन अभी भी एसपी समेत 6 पुलिसकर्मियों के सभी हत्यारों को सजा मिलना बाकी है.
