Child Scientist : पटना. राजधानी के सभी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में शुक्रवार को ‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस’ मनाया गया. इस मौके पर ज्ञान भवन में हुए कार्यक्रम में सीवी रमन टैलेंट सर्च प्रतियोगिता के टॉपर्स व बाल वैज्ञानिक सम्मानित किये गये. वहीं श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र व राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के सहयोग से राज्य स्तरीय राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया. इस मौके पर कहीं प्रतियोगिता हुईं, तो कहीं नृत्य, नाटक और झांकियों के जरिये विज्ञान की प्रगति को दर्शाया गया.
ज्ञान भवन में बोले सुमित सिंह- पूर्णिया व जमुई में भी बनेगा तारामंडल
विज्ञान, प्रावैधिकी व तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत बिहार काउंसिल ऑन साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा ज्ञान भवन में आयोजित राष्ट्रीय विज्ञान दिवस-2025 कार्यक्रम में होनहार बच्चों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि पूर्णिया और जमुई में भी तारामंडल बनने का स्वीकृति दे दी गयी है. वहीं, पटना में बन रहे अंतरराष्ट्रीय स्तर का डॉ एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी को इसी साल जून-जुलाई माह तक पूरा कर शुरू कर दिया जायेगा.
10 में इंजीनियरिंग व पांच रुपये में होगी पॉलिटेक्निक की पढ़ाई
तारामंडल शो की लोकप्रियता को देखते हुए दरभंगा में भी तारामंडल तथा विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने के मकसद से बोधगया में सब रीजनल साइंस सेंटर आरंभ कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि अब 38 जिले में सभी तकनीकी संस्थानों के पास अपना भवन है. एकमात्र बाढ़ जिले का तकनीकी संस्थान को अपना भवन नहीं है, उसे भी अगले दो-तीन माह में मिल जायेगा. अब इंजीनियरिंग की कॉलेज की फीस चाय पीने के बराबर कर दी गयी. पॉलिटेक्निक के लिए सिर्फ पांच रुपये व इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए 10 रुपये का भुगतान करना पड़ रहा है. इसके बाद प्रतियोगिता को लेकर कहा कि पहले यह प्रतियोगिता आठवीं से 12वीं तक के लिए आयोजित की जाती थी और सिर्फ पुरस्कार राशि दी जाती थी. लेकिन, बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए 6वीं से 12वीं तक करते हुए लैपटॉप दिया जा रहा है.
विभाग की कोशिश, बच्चे टेक्नो फ्रेंडली हों
इस अवसर पर विभाग की सचिव डॉ प्रतिमा ने बच्चों को सीवी रमन के बारे में बताते हुए उनसे प्रेरणा व सीख लेकर आगे बढ़ने की बात कही. उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी की मदद से काम काफी आसान हो जाता है. ऐसे में जरूरी है कि स्कूली दिनों से ही बच्चों को जागरूक करें. विभाग की भी कोशिश है कि बच्चे टेक्नो फ्रेंडली हो सकें. वहीं, अपर सचिव सह निदेशक अहमद महमूद ने कहा कि बचपन से ही विज्ञान के प्रति जागृत करें. हमारे राज्य में सबसे ज्यादा इंजीनियरिंग कॉलेज हैं. जबकि, बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ (प्रो) एसके वर्मा ने बच्चों को नेशन फर्स्ट की भावना पर काम करने को लेकर प्रोत्साहित किया. परियोजना निदेशक डॉ अनंत कुमार ने रामन प्रभाव की खोज व राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर प्रकाश डाला. मंच का संचालन डॉ शुभा सिन्हा व अन्नु प्रिया ने किया.
राज्य के 21 बच्चों को दिया गया लैपटॉप
कार्यक्रम में सीवी रमन टैलेंट सर्च टेस्ट इन साइंस 2025 के माध्यम से कक्षा 6ठी से 12वीं के सभी जिले से प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले और राज्य स्तर पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त कुल 533 बच्चों को सम्मानित किया गया. राज्य स्तर पर पास 21 छात्रों को लैपटॉप, प्रशस्ति पत्र, मोमेंटो व मेडल से पुरस्कृत किया गया. वहीं, जिले से प्रथम को 5000 और द्वितीय स्थान प्राप्त बच्चों को 3000 रुपये की नकद राशि, प्रशस्ति पत्र व मेडल से पुरस्कृत किया गया.
श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र में बच्चों ने निकाली प्रभात फेरी, हुई प्रतियोगिता
श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र व राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के सहयोग से शुक्रवार को केंद्र में राज्य स्तरीय राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बच्चों को आधुनिक तकनीक के सदुपयोग के बारे में बताया. साथ ही उन्हें मोबाइल फोन, सोशल मीडिया आदि के अत्यधिक उपयोग से परहेज करने के बारे में कहा. इसके बाद उन्होंने मानव श्रृंखला निर्माण कार्यक्रम के तहत प्रभात फेरी के लिए हरी झंडी दिखाया. इसमें करीब 700 बच्चे शामिल होकर केंद्र से महाराणा पार्क गोलंबर तक गये. कार्यक्रम में आइआइटी पटना के प्रो नवीन कुमार ने ऑपटिक्स बेनेफिट ह्यूमैनिटी विषय पर विज्ञान व्याख्यान में बच्चों को प्रकाशिकी से मानवता के लाभ के बारे में बताया. साथ ही उन्होंने फोटोनिक्स विषय से जुड़े अलग-अलग तकनीकों के बारे में बच्चों को अवगत कराया.
विज्ञान प्रश्नोत्तरी में शामिल हुए 11वीं के बच्चे
केंद्र में कई प्रतियोगिता का आयोजन हुआ. इसमें 11वीं के छात्र-छात्रा लिखित विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में शामिल हुए. इसका विषय ”बेहतर भविष्य के लिए समृद्ध जैवविविधता” था. वहीं, सतत भविष्य के लिए जल संरक्षण विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में कक्षा 9वीं के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया. साथ ही, कक्षा के 11वीं के छात्र-छात्राओं के लिए जल प्रबंधन एवं जल संरक्षण की भारतीय एवं वर्तमान परंपरा विषय पर वक्तृत्व प्रतियोगिता का आयोजन हुआ.
प्रतिभागियों को किया गया पुरस्कृत
प्रतियोगिता के बाद विभिन्न प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया. लोकल स्तर पर लिखित विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में पटना की संजना शर्मा प्रथम, प्रभु नारायण पंडित द्वितीय व राहुल तृतीय स्थान पर रहे. वहीं, जिला स्तर पर नवादा के शिवम प्रथम, पूर्णिया के आदिल व बिहारशरीफ के राहुल तृतीय स्थान पर रहे. इसी तरह निबंध लेखन में जिला स्तर पर नवादा की राज नंदिनी प्रथम, मुजफ्फरपुर की राखी कुमारी द्वितीय व औरंगाबाद के आकाश तृतीय स्थान पर रहे. मौके पर राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के संयुक्त निदेशक डॉ रश्मि प्रभा, शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव, पूर्व कुलपति रास बिहारी सिंह, सुमित रॉय, केंद्र के परियोजना निदेशक कृष्णेंदु चौधुरी, शिक्षा पदाधिकारी विश्वनाथ गुप्ता व अन्य मौजूद रहे.
तकनीक से छात्र भविष्य को बना सकते हैं उज्ज्वल : कृष्ण मुरारी
बिहटा स्थित नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनएसआइटी) में शुक्रवार को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का भव्य आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षकों, छात्रों और संस्थान के अधिकारियों ने भाग लिया. कार्यक्रम का उद्देश्य विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में छात्रों को प्रोत्साहित करना और नवीनतम वैज्ञानिक खोजों से उन्हें अवगत कराना था. इस आयोजन में नेताजी सुभाष ग्रुप के चेयरमैन और नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एमएम सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. संस्थान के रजिस्ट्रार कृष्ण मुरारी ने भी छात्रों को विज्ञान के महत्व को समझाते हुए कहा कि आधुनिक तकनीक के माध्यम से छात्र अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकते हैं. कार्यक्रम के दौरान पोस्टर और प्रोजेक्ट प्रस्तुति प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया. जिसमें छात्रों ने विज्ञान और तकनीक से जुड़े अपने अनूठे विचार प्रस्तुत किये.
बीएन कॉलेज में लगायी गयी पोस्टर प्रदर्शनी
बीएन कॉलेज में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर व्याख्यान और पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य प्रो राजकिशोर प्रसाद ने व्याख्यान में प्राचीन भारतीय परंपरा में प्रचलित भ्रामरी प्राणायाम जैसे उपयोगी योग के चिकित्सकीय आयामों पर विस्तार से चर्चा की. इस क्रम में उन्होंने प्रोजेक्टर की सहायता से ध्वनि के विविध स्वरूपों के रेखाचित्र को छात्रों और शिक्षकों के बीच रखा तथा ब्राह्मणी प्राणायाम के दौरान उत्तर के विश्लेषण के आधार पर उन्होंने बताया कि कैसे ध्वनि के प्रभाव से मनुष्य की मानसिक स्थिति में बदलाव आते हैं. उन्होंने विभिन्न शोध परिणामों के द्वारा यह दिखाने का प्रयास किया कि भ्रामरी प्राणायाम कैसे नींद की समस्या को दूर करता है. इस अवसर पर कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा विज्ञान और विकास के विविध तथ्यों पर अपनी प्रस्तुति दी गयी. कॉलेज के विज्ञान शिक्षकों ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई तथा प्रतियोगिता की प्रत्येक श्रेणी के लिए प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया.
सीवी रमन टैलेंट सर्च टेस्ट इन साइंस 2025 के विजेता
राज्य स्तर पर रैंक – विजेता का नाम – कक्षा – जिला
- देव कुमार – 6वीं – वैशाली
- सन्नी कुमार – 6वीं – वैशाली
- सपना कुमारी – 6वीं – वैशाली
- सुगंधा कुमारी – 7वीं – वैशाली
- अंशु पटेल – 7वीं – वैशाली
- सर्वेश कुमार – 7वीं – भभुआ
- वशुधा राज – 8वीं – पटना
- हर्षवन्या – 8वीं – पश्चिम चम्पारण
- विशाल कुमार सिंह – 8वीं – पूर्वी चंपारण
- रेहान अजमल – 9वीं – भभुआ
- प्रियांशु राज – 9वीं – सीवान
- हिमांशु कश्यप – 9वीं – मुजफ्फरपुर
- हिमांशु कश्यप – 10वीं – बेगूसराय
- तान्या कुमारी – 10वीं – पश्चिमी चंपारण
- शुभम कश्यप – 10वीं – वैशाली
- सौरभ कुमार – 11वीं – पश्चिमी चंपारण
- आदित्य कुमार- 11वीं – पश्चिमी चंपारण
- विशाल कुमार – 11वीं – पश्चिमी चंपारण
- शिवम कुमार पांडे – 12वीं – भोजपुर
- हरी ओम पांडेय – 12वीं – भोजपुर
- मुस्कान कुमारी – 12वीं – वैशाली
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