Deoghar Bus Accident: झारखंड के देवघर में मंगलवार को सुबह करीब पौने छह बजे भीषण सड़क हादसा हुआ. देवघर-गोड्डा मुख्य मार्ग पर जमुनियां मोड के पास श्रद्धालुओं से भरी बस और एक गैस लदे ट्रक की सीधी टक्कर हो गयी जिसमें बिहार के 5 लोगों की मौत हो गयी. पटना के धनरुआ थाना क्षेत्र के असरफगंज गांव निवासी देवकी प्रसाद (61 वर्ष) अपनी पत्नी और बेटे के साथ देवघर से बासुकीनाथ जा रहे थे. पति-पत्नी की मौत इस हादसे में हो गयी. हादसे से पहले आखिरी बार मां ने अपनी बेटी को फोन किया था. आखिरी बातचीत के बारे में मृतक के परिजनों ने बताया.
पांच बार एकसाथ कांवर लेकर जाने की मन्नत कर ली पूरी
61 वर्षीय देवकी प्रसाद होमगार्ड की नौकरी करके वर्ष 2023 में रिटायर हुए. दो बेटे और चार बेटियों के पिता देवकी प्रसाद अपनी पत्नी के साथ कांवर लेकर बाबाधाम जाते थे. दोनों की मन्नत थी कि वो पांच बार एकसाथ कांवर लेकर देवघर जाएंगे. यह उनकी पांचवीं यात्रा था. दोनों देवघर गए और बाबा मंदिर में जल भी चढ़ाया. उसके बाद बासुकीनाथ के लिए बस से रवाना हुए थे.
पांचवीं यात्रा ही बनकर रह गयी जीवन की आखिरी यात्रा
देवकी प्रसाद और उनकी पत्नी 55 वर्षीया समदा देवी के साथ उनका छोटा बेटा अजीत (16)भी इस यात्रा में शामिल था. तीनों बस में सवार हुए. बासुकीनाथ के लिए बस रवाना हुई लेकिन देवघर से निकलते ही देवघर-गोड्डा मुख्य मार्ग पर जमुनियां मोड पर भीषण हादसे का शिकार बस बन गयी. बस के परखच्चे उड़ गए और देवकी प्रसाद और उनकी पत्नी की भी मौत इस हादसे में हो गयी. दोनों ने एकसाथ पांच बार बाबाधाम जाने की मन्नत तो पूरी कर ली लेकिन दुर्भाग्यवश पांचवीं यात्रा ही उनके जीवन की आखिरी यात्रा बनकर रह गयी.

वो आखिरी बातचीत- ‘बेटी, हम जल्दी आएंगे…’
देवघर के इस भीषण हादसे में जान गंवाने वाले पति-पत्नी की मौत ने पूरे परिवार को झकझोर दिया है. परिजनों ने बताया कि समदा देवी के हादसे के कुछ ही घंटे पहले सोमवार की रात को अपनी बेटी पूजा कुमारी से आखिरी बार फोन पर बात की थी. फोन पर उन्होंने अपनी बेटी को कहा था- ‘ बेटी, घर में सबका ध्यान रखना… हम जल्दी आ जाएंगे.’ यही उनके अंतिम शब्द बनकर रह गए.