फुलवारीशरीफ . रामकृष्णा नगर को पिपरा गांव से जोड़ने वाली बादशाही पइन पर बना वर्षों पुराना पुल पहले ही ध्वस्त हो चुका था, अब बारिश के चलते बनाया गया वैकल्पिक डायवर्सन भी रविवार को टूट गया. इससे संपतचक प्रखंड के दर्जनों गांवों का मुख्य संपर्क मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है. बताया जाता है कि वर्ष 1982 में बना यह पुल बीते वर्ष एक बालू लदे हाइवा ट्रक के गुजरते वक्त टूट गया था. इसके बाद से आवागमन के लिए केवल अस्थायी डायवर्सन ही विकल्प था, जो इस बार की मुसलाधार बारिश में तेज धार के साथ बह गया. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि अब गांव पहुंचने के लिए उन्हें कई किलोमीटर लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है. लोग अब बसई नल के तेज बहाव में जान जोखिम में डालकर आने-जाने को मजबूर हैं. इस रास्ते से रामकृष्ण नगर, यमुना विहार, डोमनचक, दरियापुर, पिपरा, परसा, खैराटाली, भोगीपुर, मित्तल चक और भीलवाड़ा जैसे गांवों के हजारों लोग रोजाना आते-जाते हैं. स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता वेद प्रकाश और ग्रामीणों ने कहा कि पुल ध्वस्त हुए एक साल से अधिक हो गया, लेकिन अब तक न तो टेंडर हुआ, न ही निर्माण शुरू हुआ. विधायक डॉ रामानंद यादव ने पहले अधिकारियों को निर्देश देने की बात कही थी, पर अब तक धरातल पर कोई काम नहीं हुआ. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि तत्काल पुल निर्माण कार्य शुरू किया जाये और तब तक वैकल्पिक मार्ग बनाया जाये.
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