Doctors Day Special, डॉ. प्रज्ञा मिश्रा चौधरी: डॉक्टर्स डे (1 जुलाई) उन चिकित्सकों को समर्पित है जो जीवनभर सेवा, समर्पण और करुणा के साथ लोगों का इलाज करते हैं. लेकिन, इस साल मैं इस अवसर पर एक महत्वपूर्ण बिंदु पर ध्यान आकर्षित करना चाहती हूं, और वह है. बचाव इलाज से बेहतर है. अपने अनुभव से मैंने देखा है कि महिलाएं अक्सर तब डॉक्टर के पास आती हैं. जब समस्या गंभीर हो चुकी होती है उदाहरण के तौर पर जैसे गर्भावस्था की जटिलताएं, उन्नत अवस्था के कैंसर या जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां. इनमें से अधिकतर रोग समय रहते डिटेक्ट हो जाएं तो रोके जा सकते हैं या हल्के रूप में ही संभाले जा सकते हैं. ऐसी बीमारियों के निदान में नियमित जांच, टीकाकरण (एचपीवी वैक्सीन), संतुलित आहार, व्यायाम और समय पर स्वास्थ्य सलाह जैसे छोटे कदम बहुत बड़े परिणाम ला सकते हैं.

स्वस्थ महिला स्वस्थ परिवार की नींव: डॉ. प्रज्ञा मिश्रा चौधरी
महिलाएं अक्सर पूरे परिवार की देखभाल करती हैं, लेकिन खुद की सेहत को प्राथमिकता देना भी उतना ही जरूरी है. एक स्वस्थ महिला ही एक स्वस्थ परिवार और समाज की नींव होती है. इस डॉक्टर्स डे पर आइए, सिर्फ इलाज करने वाले डॉक्टरों का नहीं, बल्कि स्वास्थ्य की जिम्मेदारी उठाने वाली महिलाओं का भी सम्मान करें. हर साल सामान्य हेल्थ चेकअप कराना, नियमित महिला रोग जांचें करवाना, और किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज न करना यही असली जागरूकता है. आपका स्वास्थ्य आपकी सबसे कीमती पूंजी है. उसे सुरक्षित रखना आपका अधिकार भी है और जिम्मेदारी भी. (लेखिका डॉ. प्रज्ञा मिश्रा चौधरी पटना ऑब्स्ट्रेटिक एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटी की प्रेसीडेंट हैं)