बिहार में कुत्ते का निवास प्रमाणपत्र बना दिया गया. पटना के मसौढ़ी का यह मामला सामने आया तो ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हुई. लापरवाह कर्मियों के निलंबन और बर्खास्तगी के आदेश जारी हुए. वहीं ये हरकत किसने की, इसे लेकर विभाग ने जांच शुरू की तो पता चला कि कार्यपालक सहायक ने कुत्ते का फोटो अपलोड किया था. दोषी कार्यपालक सहायक को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया. उसे बर्खास्त भी किया जाएगा.
कार्यपालक सहायक का खेल धराया, तीन आइटी सहायक को भी पुलिस ने उठाया
‘डॉग बाबू’ नाम से बने आवासीय प्रमाण पत्र में मसौढ़ी अंचल कार्यालय के कार्यपालक सहायक मिंटू कुमार निराला ने कुत्ते का फोटो लगाकर अपलोड किया था. मामले का खुलासा हुआ तो उसे जेल भेज दिया गया. कार्यपालक सहायक जहानाबाद के घोसी निवासी मिथिलेश प्रसाद यादव का बेटा है. अब यह जांच की जा रही है कि किस मंशा से उसने यह हरकत की. मंगलवार को मसौढ़ी अंचल कार्यालय से तीन आइटी सहायक को भी हिरासत में पुलिस ने लिया है. तीनों से पूछताछ की जा रही है.
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डीएम खुद पहुंचे अंचल कार्यालय, यह हुआ खुलासा
इस प्रकरण की हाई लेवल जांच चल रही है. जो भी अन्य लोग इसमें शामिल हैं उनकी भी तहकीकात की जा रही है. खुद पटना डीएम डॉ. त्यागराजन सिटी एसपी के साथ मसौढ़ी अंचल कार्यालय गए और कर्मियों से उन्होंने पूछताछ की. कंप्यूटर की भी जांच की गयी. जांच में पता चला कि आवेदन की स्वीकृति के बाद निवास प्रमाण पत्र का डॉक्यूमेंट कार्यपालक सहायक ने ही सबसे पहले एक्सेस किया. उसने ही कुत्ते का फोटो लगाकर अपलोड किया था.
समय से पहले आकर करता था खेल, बताते हैं सूत्र
सूत्र बताते हैं कि कार्यपालक सहायक मसौढ़ी के किसी राजनेता के प्रतिनिधि का करीबी है. दूसरे के आधार कार्ड को लगाकर उसने खुद आवेदन किया. उसके बाद सोशल मीडिया में वायरल कर दिया. जब मामला सुर्खियों में आया तो कंप्यूटर और सोशल मीडिया का पूरा डाटा उसने डिलीट कर दिया. वह समय से पहले अंचल कार्यालय आता और कंप्यूटर से अवैध तरीके से निवास और जाति प्रमाण पत्र बनवाता था.